
धमतरी के 5 युवा गुजरात की फैक्ट्री से बंधक बनाकर रखे गए थे, महापौर की पहल से सभी रिहा ,50 दिन बाद पालकों को मिली राहत
धमतरी। शहर में मानव तस्करी जैसा सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। सोरिद वार्ड और दर्री के 6 युवकों को एक दलाल बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने गुजरात ले गया, जहां उन्हें हिम्मतनगर की एक टाइल्स फैक्ट्री में बंधक बनाकर रखा गया। करीब 50 दिन तक पालक अपने बच्चों से संपर्क नहीं कर सके। इसी दौरान एक युवक किसी तरह भागकर धमतरी लौटा और पूरी सच्चाई बताई। इसके बाद पालक महापौर रामू रोहरा से मिले और उनकी पहल पर फैक्ट्री मैनेजर से बात कर पांचों युवकों को मुक्त कराया गया। अब सभी सुरक्षित रायपुर लौट रहे हैं।
दलाल का जाल – बच्चों को काम के बहाने फंसाया
27 जुलाई रथयात्रा के दिन राज नामक व्यक्ति ने छह युवकों को काम दिलाने का झांसा देकर रायपुर-बिलासपुर ले गया। वहां से उन्हें गुजरात हिम्मतनगर शिफ्ट कर दिया गया। शुरू में मोबाइल पर बात होती रही, लेकिन एक सप्ताह से फोन बंद होने पर घरवाले घबरा गए। दर्री निवासी राहुल यादव किसी तरह फैक्ट्री से भाग निकला और धमतरी लौटकर बताया कि बाकी पांच युवक बंधक बनाए गए हैं, उन्हें पीटा जा रहा है और मोबाइल भी छीन लिए गए हैं।
आंसुओं में डूबे पालक – तीन नाबालिक भी शामिल
बंधक बने युवाओं में तीन नाबालिक और दो बालिग शामिल थे। पालकों ने बताया कि बच्चों से बात न होने पर उनका जीना मुश्किल हो गया था। महापौर की पहल पर जब फैक्ट्री मैनेजर ने मोबाइल चालू करवा कर बच्चों की बात करवायी तो पालकों की आंखों से आंसू झर-झर बह निकले।
महापौर की कड़ी चेतावनी – “छत्तीसगढ़ के बच्चों को कुछ नहीं होना चाहिए”
महापौर रामू रोहरा ने जानकारी मिलते ही मैनेजर अल्पेश और वहां के प्रशासनिक अधिकारियों से सीधे संपर्क किया। उन्होंने सख्त शब्दों में कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चों को तुरंत छोड़ा जाए। दबाव के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने सभी को रिहा कर ट्रेन से रायपुर रवाना किया। महापौर ने बताया कि बच्चों को ले जाने वाले दलाल राज यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।






