महिला स्व सहायता समूह की सदस्यों को सफल उद्यमी बनाने कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिया जोर मल्टी यूटीलिटी सेंटर नारी, बगौद और छाती का किया औचक निरीक्षण

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महिला स्व सहायता समूह की सदस्यों को सफल उद्यमी बनाने कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने दिया जोर
मल्टी यूटीलिटी सेंटर नारी, बगौद और छाती का किया औचक निरीक्षण

धमतरी | कलेक्टर  पी.एस.एल्मा ने आज धमतरी जिले के विभिन्न मल्टी यूटीलिटी सेंटर का मुआयना कर वहां कार्यरत स्व सहायता समूह की महिला सदस्यां को ना केवल आत्म निर्भर बनाने, बल्कि सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। बात चाहे उनके द्वारा तैयार की जाने वाली सामग्री के कच्चे माल की आपूर्ति, पैकेजिंग, विपणन अथवा प्रबंधन की हो, उन्हें इस तरह से आत्मनिर्भर बनाने पर कलेक्टर ने जो दिया, कि वे बिना किसी तकनीकी संस्था अथवा सहारे के पूरे आत्म विश्वास के साथ ना केवल स्वरोजगार करें, बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने के काबिल बनें। उन्होंने इसके लिए समूह की महिलाओं को बेहतर तरीके से प्रशिक्षण देने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर श्री एल्मा ने धमतरी के छाती स्थित मल्टी यूटीलिटी सेंटर के बंद होने पर जल्द से जल्द इसे पुनः संचालित करने के लिए समूह की महिलाओं को प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मनरेगा और डीएमएफ की अभिसरण से परिसर में हरी सब्जियां उगाकर समूह के आय के स्त्रोत बढ़ाने पर भी जोर दिया है।


कुरूद के बगौद स्थित मल्टी यूटीलिटी सेंटर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को बताया गया कि यहां अलग-अलग समूह की 30 महिलाओं द्वारा करी लड्डू बनाने का काम किया जा रहा है। कलेक्टर ने इन महिलाओं को इस प्रकार प्रशिक्षण देने पर जोर दिया, जिससे कि वे उत्पादन, मार्केटिंग, विपणन इत्यादि के गुर सीखकर सफल उद्यमी के रूप में काम कर सकें। कुरूद के नारी स्थित मल्टी यूटीलिटी सेंटर में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने माटीकला एवं हथकरघा के कार्य से जुड़ी में महिला समूह के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने माटीकला के उत्पादों के पैकेजिंग इत्यादि को आकर्षक ढंग से करने पर जोर दिया, जिससे कि पांच सितारा होटलों में भी इसकी आपूर्ति आसानी से की जा सके। वहीं कलेक्टर ने जोर दिया कि समूह के सदस्यों को प्रतिदिन न्यूनतम 300 रूपए की आय सुनिश्चित करने के लिए बेहतरीन कार्ययोजना बिहान के अधिकारी बनाएं। ज्ञात हो कि अभी समूह की महिलाओं की मासिक आय 4500-5000 रूपए है, जिसमें वृद्धि करने पर कलेक्टर ने जोर दिया है। इसी तरह माटीकला बोर्ड द्वारा स्थापित इकाई में कार्यरत समूह के तैयार सामग्रियों के लिए शेड को और बढ़ाने के निर्देश भी कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने हथकरघा के कार्य से जुड़ी महिला समूह की सदस्यों को भी इस तरह से प्रबंधन, विपणन, विक्रय का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं, जिससे वे बिना तकनीकी संस्थाओं और विभागों के सहारे के आत्मनिर्भर हो सफल उद्यमी के रूप में काम कर सकें। इस मौके पर सभी मल्टी यूटीलिटी सेंटर में साफ-सफाई बनाए रखने पर भी कलेक्टर ने जोर दिया है।