जिले में बचे हुए बच्चों को लगाया जाएगा जैपनिज इंसेफ्लाइटिस का टीका कलेक्टर मौर्य ने दिए निर्देश

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जिले में बचे हुए बच्चों को लगाया जाएगा जैपनिज इंसेफ्लाइटिस का टीका
जिला टीकाकरण कार्यबल की बैठक में कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य ने दिए निर्देश

धमतरी| जिले में एक से 15 साल तक की उम्र के बच्चों को जैपनीज इंसेफ्लाइटिस का टीकाकरण 23 नवम्बर से 18 दिसम्बर तक किया गया। इसके तहत दो लाख 10 हजार 636 के लक्ष्य के विरूद्ध एक लाख 96 हजार 316 (93 प्रतिशत) बच्चों का टीकाकरण किया गया। आज सुबह कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जिला टीकाकरण कार्यबल की बैठक में कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य ने शेष बच्चों का टीकाकरण एक सप्ताह में करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं।

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.डी.के.तुर्रे ने कोविड 19 की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 19 हजार 24 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें से छः हजार 807 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तथा 103 मरीजों की मृत्यु हुई। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए वैक्सिन आई है। आने वाले समय में जिले में भी इसका टीकाकरण किया जाएगा, जिसकी जिला स्तर पर पूरी तैयारी कर ली गई है। इसमें शासकीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता चार हजार 125 और गैर सरकारी लगभग एक हजार से अधिक कार्य करेंगे। बैठक में बताया गया कि आगामी 17, 18 एवं 19 जनवरी को पोलियो उन्मूलन का कार्यक्रम जिले में चलाया जाएगा। इसके तहत जिले के शून्य से पांच साल तक के एक लाख सात हजार 529 बच्चों को पोलियो ड्राॅप पिलाया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता के रोकथाम, बाल अंधत्व से रोकथाम, निमोनिया, डायरिया प्रकरण में नियंत्रण, रक्त अल्पता में कमी एवं कुपोषण से बचाव के लिए आगामी 22 जनवरी से 26 फरवरी तक जिले में शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत नौ माह से पांच साल तक के जिले के लगभग 70 हजार बच्चों को विटामिन ’ए’ तथा आयरन का सिरप पिलाया जाएगा। डाॅ.तुर्रे ने बताया कि हर साल 12 नवम्बर को राष्ट्रीय निमोनिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनसामान्य में निमोनिया बीमारी के लक्षण की पहचान कर तुरंत चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध कराने तथा जनजागरूकता लाने जिले में स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों को क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।