गोधन न्याय योजना: गौठानों में पैरादान पर कलेक्टर ने दिया जोर

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अधिकारियों की बैठक लेकर गोबर खरीदी, कम्पोस्ट निर्माण एवं विक्रय की समीक्षा की

धमतरी | गोधन न्याय योजना के तहत जिले में गोबर खरीदी, कम्पोस्ट निर्माण और उसके विक्रय को लेकर कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने आज सुबह अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने गौठानों में पशुचारा की उपलब्धता को लेकर प्राथमिकता से पैरादान पर जोर देते हुए खेतों में धान की कटाई के बाद रखे पैरा को हरहाल में गौठानों तक पहुंचाना सुनिश्चित करने के निर्देश सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और उप संचालक कृषि को दिए। उन्होंने अगली समय सीमा की बैठक तक गौठानों में पैरा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने हरहाल में गोबर खरीदी और कम्पोस्ट निर्माण और विक्रय में तेजी लाने के भी निर्देश बैठक में दिए।

बजे से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गौठानवार गोबर खरीदी की समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी सक्रिय गौठानों में सतत् गोबर खरीदी होनी चाहिए और अधिकारी व मैदानी कर्मचारी इसे उच्च प्राथमिकता से करें। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने सभी गौठानों में बहुआयामी गतिविधियों तथा रोजगारमूलक कार्यों में विस्तार देने के लिए कृषि सहित उद्यानिकी, पशुपालन और मछलीपालन विभाग के अधिकारियों को देने के निर्देश दिए। साथ ही आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें निर्देशित किया। उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्तमान में जिले में 341 सक्रिय गौठान हैं, जिनमें 333 ग्रामीण क्षेत्रों में और शेष 08 शहरी इलाकों में स्थित है। उन्होंने बताया कि इन गौठानों में अब तक कुल 4 लाख 49 हजार 975 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है तथा इसमें से 78 हजार 549 क्विंटल वर्मी खाद तैयार किया गया है। उत्पादित खाद में से 61 हजार 488 क्विंटल वर्मी खाद बेची जा चुकी है, जो कुल उत्पादित खाद का 78 प्रतिशत है। बैठक में अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशित सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।