सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के 36 गांवों के विस्थापन को रोकने अनिता ध्रुव ने उठाई आवाज

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धमतरी | रिसगांव सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र में निवासरत 36 गांवों को अन्यत्र विस्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है जिन पर तत्काल रोक लगाने की मांग जिला पंचायत सदस्य अनिता ध्रुव ने की  है | उन्होंने कहा कि यह जन भावनाओं के विरूद्ध कार्यवाही है बल्कि इन गांवों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई  जानी चाहिए। जिला पंचायत सदस्य अनिता ध्रुव ने आगे कहा कि धमतरी जिले के विकासखण्ड नगरी के रिसगांव सीतानदी अभयारण्य क्षेत्र के 36 गांवों में अरसे से बसे लोगों को अन्यत्र विस्थापित  करने की तैयारी चल रही है। यहां  निवासरत लोगों की भावनाओं के अनुरूप उसी जगह पर यथावत रखा जाना चाहिए| इन 36 ग्रामों के लोग अपने पूर्वज के खेत-खलिहान, घर-जायदाद को छोड़कर बिल्कुल भी जाना नहीं चाह रहे हैं| लेकिन उन्हें  यहां से  खदेड़ने  की  कोशिश  की जस रही  है | उन्होंने  आगे कहा कि शासन प्रशासन इन परिवारों को मूलभूत सुविधा बिजली, पानी, सड़क पुल-पुलिया, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मुहैया कराना चाहिए न कि इन लोगों को बेदखल। उन्होंने आगे बताया कि रिसगांव सीतानदी अभयारण्य क्षेत्र के 36 ग्राम मारियामारी, खल्लारी, चमेंदा, लिलांज, आमझर, गहनासियार, बिरनसिल्ली, बहीगांव, करही, कारीपांनी, भीरागांव, एकावाही, बरोली, गाताबहरा, साल्हेभाट, सिंगनपुर, जोरातराई, ढोढा़झरीया, मासुलकोई, रिसगांव, अरसीकन्हार, मादागिरि, सनबाहरा, बोईरगांव, खालगढ, मेंचका, तुमड़ीबाहर, ठेनही, बेलरबाहरा, अर्जुनी, बासीन, दौड़ पण्डरीपानी, चन्दन बाहरा, जोगीबिरदो के लोग अन्यत्र विस्थापित नहीं होना चाह रहे हैं फिर भी प्रधान मुख्य वन संरक्षक व प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी तथा उपनिदेशक उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद व सहायक संचालक सीतानदी टायगर रिजर्व नगरी को तत्काल कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया गया है| अनिता ध्रुव ने कलेक्टर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपाकर कार्यवाही रोकने की मांग की है। कार्यवाही नहीं  होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।