सुआ, गौरा-गौरी, राऊत नाचा हमारी पहचान, इसे सहेजना हमारा धर्म : रंजना साहू

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धमतरी | इन दिनों गांव व शहर में सुआ नृत्य करते हुए बच्चे व महिलाओं की टोली नजर आने लगी है |अपने ग्रामीण दौरे में विधायक रँजना साहू भी अपनी परंपरा व संस्कृति हमर छत्तीसगढ़ की पहचान सुआ राउत नाचा गौरी- गौरा जैसी पारंपरिक विरासत से जुड़ने अपने को रोक नहीं पाई| बच्चों के साथ सुआ नृत्य में संयोजित करते हुए ग्रामीण महिलाओं से आग्रहपूर्वक कहा कि यह  नृत्य दीपावली पर्व में समाहित है जो हमारी संस्कृति की पहचान है।

धर्म व संस्कृति के प्रति समर्पण तथा आने वाली पीढ़ी को इनसे अवगत कराने का एक माध्यम है। प्रभु राम की अयोध्या वापसी पर अयोध्यावासी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुडी कलाओं की प्रस्तुति कर खुशी का इजहार किया था| उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या में प्रभु राम के भव्य मंदिर का निर्माण प्रारंभ भूमि पूजन के साथ हो चुका है |ऐसे में यह  खुशी आस्था, श्रद्धा, निष्ठा के साथ अपने धर्म के प्रति समर्पण का भाव जागृत करने के लिए अवसर प्रदान करती है| सारे सनातन धर्म को मानने वाले लोग आराध्य भगवान राम व कृष्ण के जीवन चरित्र को रामायण व गीता के माध्यम से प्रेरणा स्रोत माने तो राम राज्य की स्थापना और सुख, शांति और समृद्धि का वातावरण निर्मित हो जाएगा | विधायक रंजना साहू ने इस आराध्य पर्व में कोरोनावायरस से मुक्ति हेतु भगवान राम से प्रार्थना की है।