आयुक्त ने किया महिमा सागर वार्ड के जैविक खाद केंद्र व मणि कंचन केंद्र का निरीक्षण: गार्डन निर्माण और कचरा प्रबंधन पर दिया विशेष जोर

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निगम आयुक्त प्रिया गोयल क्षेत्रीय विकास और नागरिक कल्याण के लिए समर्पित

धमतरी | नगर निगम के नवनियुक्त आयुक्त श्रीमती प्रिया गोयल ने बुधवार सुबह महिमा सागर वार्ड स्थित जैविक खाद केंद्र व मणिकंचन केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य वहां के कचरा प्रबंधन की प्रगति का जायजा लेना और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करना था। अधिकारियों ने आयुक्त को जानकारी दी कि जैविक खाद केंद्र पूर्व में टैंचिंग ग्राउंड था जहा कचरे का एक विशाल पहाड़ था, जिसे 100% डीकंपोज कर दिया गया है। इस सफलता से वहां की स्वच्छता में एक बड़ा बदलाव आया है और अब उस स्थान के उपयोग के लिए नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि उक्त ग्राउंड में गार्डन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके तहत उस क्षेत्र को एक सुंदर और हरित स्थान में परिवर्तित करने की योजना है, जो न केवल पर्यावरण के लिए अनुकूल होगा,बल्कि स्थानीय निवासियों को भी एक खूबसूरत पार्क के रूप में लाभान्वित करेगा। आयुक्त ने इस विचार की सराहना की और अधिकारियों से इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। गौरतलब है की गार्डन परियोजना के तहत बाउंड्री निर्माण,पथ वे, बोरवेल,पौधारोपण,और अन्य व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा। इन योजनाओं के तहत टैंचिंग ग्राउंड को एक हरित क्षेत्र में परिवर्तित करने की दिशा में आवश्यक संरचनात्मक बदलाव किए जायेगा। बाउंड्री से सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, पथ वे से स्थानीय लोग आसानी से वहां भ्रमण कर सकेंगे,और बोरवेल के माध्यम से जल की उपलब्धता भी रहेगी। इसके अलावा, पौधारोपण के माध्यम से पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। आयुक्त ने मणिकंचन केंद्र में नागरिकों से विजिट करने की अपील,कहा – कचरा प्रसंस्करण की प्रक्रिया को समझें
आयुक्त ने मणिकंचन केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य केंद्र में संचालित गतिविधियों का प्रत्यक्ष अवलोकन करना और वहां की कार्यप्रणाली को समझना था। मणिकंचन केंद्र का उद्देश्य कचरे के प्रबंधन को कुशलता से अंजाम देना है, क्योंकि वर्तमान में कचरे की समस्या तेजी से बढ़ रही है और पर्यावरण तथा स्वास्थ्य पर इसका गहरा असर हो रहा है।

निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने केंद्र की प्रत्येक प्रक्रिया को ध्यानपूर्वक देखा,जिसमें ई-कचरे को एकत्र करना,अलग करना, पुनर्चक्रण करना और उपयोगी सामग्री को दोबारा बाजार में भेजना शामिल है। उन्होंने केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों से भी बातचीत की और उनकी भूमिका,कार्यशैली तथा सामने आने वाली चुनौतियों को समझा। इस दौरान आयुक्त ने केंद्र की संचालन व्यवस्था की सराहना की और बेहतर परिणामों के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए। उन्होंने कर्मचारियों को प्रेरित किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को और अधिक उत्साह के साथ निभाएं और कहा कि नगर निगम इसके लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा। निरीक्षण के बाद आयुक्त ने मणिकंचन केंद्र के भविष्य की योजनाओं पर भी विचार किया और सुझाव दिए कि किस तरह तकनीकी सुधार और संसाधनों के उपयोग से केंद्र की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। उनके सुझावों में कचरा प्रबंधन के लिए नई तकनीकों का प्रयोग, कर्मचारी प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शामिल था,ताकि आम जनता में भी कचरे के प्रति जागरूकता फैले और लोग इसे उचित तरीके से केंद्र तक पहुंचाएं। नगर निगम आयुक्त ने शहरवासियों से शहर में संचालित 10 मनी कंचन केंद्र पर विजिट करने की अपील की है, ताकि वे कचरा प्रसंस्करण की पूरी प्रक्रिया को समझ सकें और स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें। उनका कहना है कि यह कदम नागरिकों को कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण की महत्वता को जानने में मदद करेगा,जिससे शहर में सफाई और पर्यावरण संरक्षण में सुधार हो सकेगा। आयुक्त ने बताया कि मणि कंचन केंद्र में नागरिकों को कचरे के विभिन्न प्रकार, उनके पुनः उपयोग और निपटान की प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। इस पहल के माध्यम से लोगों में जिम्मेदार नागरिकता की भावना जागृत होगी,और वे कचरे का सही तरीके से प्रबंधन करने में सहयोग करेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर स्वच्छता अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं। आयुक्त गोयल ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि नगर निगम शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए लगातार प्रयासरत रहेगा और मणिकंचन केंद्र जैसी पहलें इस दिशा में अहम योगदान देंगी। यह अधिकारी रहे उपस्थित निरीक्षण के दौरान उपायुक्त पीसी सार्वा,प्रभारी कार्यपालन अभियंता महेंद्र जगत,प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी प्रकृति जगताप,उप अभियंता लोमस देवांगन,मिशन मैनेजर शशांक मिश्रा उपस्थित थे।