नगरी | राजीव गांधी ग्राम दुगली में धान उपार्जन केन्द्र खोलने की मांग को लेकर 6 पंचायतों के सैकड़ों किसान 30 नवंबर से सत्याग्रह कर रहे है| किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नही होती यह सत्याग्रह जारी रहेगा | जिलाधीश की उपस्थिति की मांग पर किसान अड़े हुए हैं| जनपद कृषि सभापति बंशीलाल सोरी, सरपंच दुगली रामकुंवर मंडावी, सरपंच कौहाबाहरा शिवा नेताम, सरपंच कोलियारी तुलसी मंडावी ने बताया कि 25-30 किलोमीटर की दूरी तय कर कृषक धान बेचने गट्टासिल्ली जाते हैं। अगर दुगली में धान उपार्जन केन्द्र खोल दिया जाता है तो किसानों को लाभ होगा | मिलरों को भी धान उठाव में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी | किसानों को समय रहते धान बेचने में सहुलियत होगी।
सरपंच मुनईकेरा महेन्द्र नेताम, सरपंच गुहाननाला, घासी राम नेताम आदि का कहना है कि जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी हम सत्याग्रह पर डटे रहेंगे और आंदोलन निरंतर जारी रहेगा| इसके लिए चाहे हमें दिन रात रास्ते पर बैठना क्यों न पड़े| वही पूरी रात किसानों ने रास्ते पर गुजारी | किसान प्रतिनिधियों ने आगे बताया कि वन विभाग के मिस्ट चैंबर के बाजू की खाली जमीन को उपयुक्त बताते हुए विगत दिनों वन मंडल अधिकारी धमतरी एवं अनुविभागीय अधिकारी वन नगरी से चर्चा हुई थी। दुगली में धान उपार्जन केन्द्र खुलने से ग्राम दुगली, कौहाबहारा, मुनईकेरा, देवगांव, दिनकरपुर, बिरनपारा, बांधा, मोहमल्ला, गोहाननाला, कोलियारी, जबर्रा, केरामुडा, पालगांव व आसपास के ग्रामों के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। किसानों ने वन विभाग के मिस्ट चैंबर के बाजू की खाली जमीन को खरीदी केन्द्र के लिए चयनित भी किया है। उम्मीद थी कि इस वर्ष धान खरीदी केंद्र प्रारम्भ हो जाएगा लेकिन कृषकों को निराशा हाथ लगी|