
धमतरी | बी.सी.एस.शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,धमतरी की प्राचार्य डाॅ.श्रीदेवी चैबे के निर्देशन में व विधि विभाग के विभागाध्यक्ष दुर्गेश प्रसाद ,डाॅ.सपना ताम्रकार,पंकज जैन,कोमल प्रसाद ,डाॅ.प्रेमनाथ भारती एवं श्रीमती गायत्री लहरे के मार्गदर्शन में विधि विभाग व्दारा दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को साइबर अपराध की रोकथाम वर्तमान समय की आवश्यकता विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य गीत अरपा पैरी के धार के साथ किया गया। जिसकी प्रस्तुति विधि छात्रा सरस्वती किरण सिन्हा एवं पूजा गंजीर के व्दारा दी गई। मंच संचालन विधि भाग तीन की छात्रा ज्योति सोनी के व्दारा किया गया।
विधि के भाग तीन के छात्र पीयूष प्रभात ने साइबर अपराध के अर्थ प्रकार साइबर सेल,हेल्पलाईन नबंर की विस्तार से जानकारी प्रदान की। ज्योति सोनी ने साइबर क्राईम के प्रति सजग रहने की संदेश दिया। मीनू ने साइबर क्राइम को रोकने हेतु विभिन्न कानूनों की जानकारी देते हुए आॅनलाईन साइबर क्राइम को विस्तार से बताया। धनेन्द्र साहू ने वर्तमान समय साइबर के दुरूपयोग के जरिए साइबर क्राइम को समझाया। टिकेश्वरी ने साइबर क्राइम से बचने हेतु आॅनलाईन शाॅपिंग ,कार्यस्थल इत्यादि सभी जगह सजग रहते हुए साइबर क्राइम से बचने हेतु जागरूक किया। पल्लवी जायसवाल ने साइबर क्राइम के कारण फेसबुक, ट्विटर,व्हाटसएप के माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम ,साइबर क्राइम के तात्कालिक केसो की जानकारी ,सबसे ज्यादा साइबर क्राइम वाले देशों की जानकारी देते हुए इनके रोकथाम के उपायों की जानकारी प्रदान की। सुमित ने साइबर अपराध से बचने हेतु आपनी निर्भीक जानकारी शेयर न करने की संदेश किया हितेश कुमार ने फेक आई.डी. ,ओ.टी.पी. के प्रति सजग रहने की बात कही। सरस्वती ने अंजान फोन काल एवं लिंक की सावधान रहकर साइबर क्राइम से बचने हेतु जागरूकता किया। टिवंकल साहू ने साइबर क्राइम का अर्थ साइबर क्राइम के तरीके व बचने के उपायों पर प्रकाश डाला। घनश्याम ने साइबर क्राइम को आधुनिक समय का सबसे बड़ा अपराध बताया। जो कि आई.टी.एक्ट की धारा 66 अ के तहत अपराध है। अशलील विडियों भेजना भी क्राइम एक्ट की धारा 67 के तहत अपराध है यशोदा गंजीर ने इलेक्ट्रानिक डिवाईस के माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम की जानकारी देते हुए साइबर क्राइम से हमेशा जागरूक रहने की संदेश दिया। प्रणेभ चांडक ने स्वंय पर बीती घटना का उल्लेख करते हुए साइबर क्राइम को गंभीरता से लेने की संदेश दिया। उक्त प्राध्यापकों ने भी अपने-अपने विचार रखें। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष दुर्गेश प्रसाद ने आॅनलाईन फ्राड होने पर भारत सरकार व्दारा बनाए गए पोर्टल एवं टोल फ्री नबंर पर शिकायत दर्ज कराने छ.ग. शासन के एप् एवं अभिव्यक्ति एप् पर शिकायत दर्ज कराने हेतु जागरूक किया। सूचना प्रौद्योगिकी एपं 2008 के अंतर्गत भी शिकायत करने हेतु जागरूक किया। सपना ताम्रकार ने साइबर अपराध का अर्थ बताते हुए इनसे बचने के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला पंकज जैन ने साइबर अपराध बढ़ते हुए दुष्परिणाम पर चिंता व्यक्त करते हुए साइबर अपराध के विभिन्न माध्यम जैसे फेसबुक, ट्वििटर, इन्स्टाग्राम,सोशल मीडिया ,कम्प्यूटर इंटरनेट इत्यादि के प्रति पूर्ण सजग रहकर साइबर क्राइम से बचने हेतु प्रेरित किया। कोमल प्रसाद यादव ने साइबर क्राइम के दुष्परिणाम को बताते हुए इनके प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया। डाॅ.प्रेमनाथ भारती ने साइबर क्राइम के बढ़ने हेतु लोगों की अज्ञानता एवं लालच की प्रवृत्ति को जिम्मेदार बताते हुए साइबर क्राइम से जागरूक रहने की संदेश दिया। गायत्री लहरे ने साइबर अपराध की गंभीरता से लेते हुए खुद भी जागरूक रहने और लोगों को जागरूक रहने का संदेश दिया।