मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से सुलभ हुआ ग्रामीणों का उपचार

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सफलता की कहानी, स्थानीय स्तर पर मिल रहा ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ

धमतरी । प्रदेश शासन द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण जैसी आमजनता की मूलभूत आवश्यकताओं पर विशेष फोकस किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच निचले स्तर पर सुनिश्चित हो सके, इसके लिए प्रदेश सरकार ने हाट-बाजार क्लीनिक योजना लागू की। स्थानीय स्तर पर हाट-बाजारों में क्लीनिक का संचालन ग्रामीणों के वरदान साबित हुआ है। लोग रोजमर्रा की चीजें खरीदने बाजार जाते हैं, वहीं अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराकर निःशुल्क दवाइयां भी प्राप्त करते हैं, वह भी पूरी गुणवत्ता के साथ। जिले के नगरी विकासखण्ड के ग्राम राजपुर में प्रति सप्ताह के शुक्रवार को हाट-बाजार क्लीनिक संचालित होता है, जहां ग्रामीणों की विभिन्न व्याधियों का उपचार सफलतापूर्वक किया जाता है।

ग्राम राजपुर में प्रत्येक शुक्रवार को साप्ताहिक बाजार लगता है, जहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से हाट-बाजार क्लीनिक संचालित किया जाता है। उक्त बाजार में आए बुजुर्ग ग्रामीण श्री महेश सोरी ने अपना ब्लड प्रेशर और शुगर का रूटीन चेकअप कराया और उसकी रिपोर्ट भी थोड़ी देर में मिल गई। श्री सोरी ने बताया कि तीन माह पहले इसी शिविर में अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया था, जहां पता चला कि उन्हें बी.पी. व शुगर की समस्या है। इसके बाद वह नियमित रूप से टेस्ट कराकर निःशुल्क दवाइयां प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर राजपुर में शिविर नहीं लगता तो उनकी बीमारी के बारे पता ही नहीं चल पाता, क्योंकि ब्लॉक मुख्यालय नगरी ज्यादा जाना नहीं हो पाता, वहीं व्यस्तता की वजह से इलाज भी नही करा पाते। ग्राम राजपुर के श्री केशव प्रजापति अपनी 9 वर्षीय बेटी कु. कंचन को लेकर आए थे, उन्हें कुछ दिनों से बुखार, कमजोरी और खांसी की समस्या थी। श्री प्रजापति ने बताया कि नगरी जैसे दूरस्थ अंचल के लिए हाट-बाजार क्लीनिक किसी वरदान से कम नहीं है। छोटी-छोटी मौसमी बीमारियों के लिए पहले 12-13 किलोमीटर दूर नगरी जाना पड़ता था, अब स्थानीय स्तर पर ही बाजार में सामान खरीदते हुए स्वास्थ्य की भी जांच आसानी से सुलभ हो जाती है। इसी ग्राम की श्रीमती लक्ष्मी जांगड़े ने बताया कि वह तीन महीने से गर्भवती है और हाट-बाजार क्लीनिक में चिकित्सक द्वारा नियमित जांच कर आयरन, कैल्शियम, मल्टीविटामिन की निःशुल्क गोलियां दी गईं, साथ ही टिटेनस का इंजेक्शन भी लगाया गया। बाजार में क्लीनिक सुविधा मुहैया होने से वह और उनका परिवार भी काफी खुश है। यह योजना ग्रामीणों के लिए बेहद उपयुक्त और कारगर साबित हुई है।
हाट-बाजार क्लीनिक के प्रभारी डॉ. साहू ने बताया कि ग्राम राजपुर के साप्ताहिक शिविर में औसतन 60-70 ग्रामीण उपचार कराते हैं जिनमें ग्राम राजपुर सहित परसापानी, बटनहर्रा, गट्टासिल्ली, दाबगांव, बांधा, घोटगांव, डोंगरडुला, अछोली और दुगली के ग्रामीण शामिल हैं। क्लीनिक में मरीजों का प्रायः रक्तचाप, मधुमेह, एनीमिया, सिकलिन, बुखार, सर्दी-खांसी, के अलावा आर्थरायटिस, नेत्र विकार, बदन दर्द, एएनसी चेकअप कर उन्हें विभिन्न प्रकार की औषधियां निःशुल्क प्रदाय की जाती हैं। यहां पर लगभग 10 प्रकार के टेस्ट लिए जाते हैं, साथ ही कोविड का बूस्टर डोज भी वैक्सीनेशन निःशुल्क किया जाता है। यह भी बताया गया कि मरीज की गम्भीरता को देखते हुए उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगरी के लिए रिफर किया जाता है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस.के. मण्डल ने बताया कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा 02 अक्टूबर 2019 को हाट-बाजार क्लीनिक योजना का शुभारम्भ किया गया जिसमें प्रत्येक ब्लॉक के 7-7 हाट बाजार (कुल 28) का चिन्हांकन कर वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्लीनिक लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। उन्होंने बताया कि योजना की शुरूआत से नवम्बर 2022 तक कुल 1977 शिविर आयोजित किए गए जिनमें 66 हजार 859 मरीजों का पंजीयन कर उनका उपचार किया गया, साथ ही आवश्यकतानुसार 63 हजार 450 मरीजों के खून, पेशाब, बलगम सहित अन्य जांच कर रिपोर्ट के आधार इलाज किया गया। हाट-बाजार क्लीनिक में चलित एम्बुलेंस 100 से भी अधिक प्रकार की दवाइयां से लैस होती है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि हाट-बाजार क्लीनिक का एक बड़ा लाभ यह मिल रहा है कि लोगों के टी.बी., क्षयरोग, कैंसर जैसी बीमारियों के मरीजों की पहचान करने में आसानी हो रही है। इससे ऐसे मरीजों को आइडेन्टिफाई करने में सुविधा हो रही है जो जागरूकता के अभाव में अपनी बीमारी को छुपाने का प्रयास करते हैं। इस तरह यह योजना ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित हुई है।