
गंगरेल बांध के दो गेट खुले, 5 हजार क्यूसेक पानी की आवक
शुक्रवार की शाम 14 गेट ट्रायल के लिये खोले गये थे
धमतरी | जिले के गंगरेल बांध के दो गेट शनिवार को सुबह खोल दिये गये हैं। जिससे 3314 क्यूसेक पानी महानदी में छोड़ा जा रहा है। पानी की आवक बनी रही तो बांध के गेट से पानी की जावक लगातार बनी रहेगी। यहां 29 टीएमसी पानी भर गया है। ज्ञात हो कि शुक्रवार की शाम जल संसाधन विभाग ने 14 गेट खोलकर ट्रायल लिया था। प्रत्येक गेट से 100-100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। 15 दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश के बाद अंतत: गंगरेल बांध 86 प्रतिशत से अधिक भर गया है। पानी की आवक कैचमेंट एरिया में बारिश के आधार पर घट, बढ़ रही है। शुक्रवार को गंगरेल बांध के जल स्तर को बढ़ता देख जलसंसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सभी 14 गेट खोले गये। जिसके माध्यम से प्रत्येक गेट से 100-100 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड के हिसाब से एक घंटा के लिया खोला गया।
ट्रायल के बाद शाम 6 बजे गेट बंद कर दिया। शनिवार की सुबह पानी की आवक 10 हजार क्यूसेक हो रही थी। इसलिए 5 गेट खोलकर पानी छोड़ने की योजना बनाई गई थी। इस बीच पानी की आवक सिमट कर 5744 क्यूसेक हो गया। 5 गेट के बजाय 2 गेट खोलकर 3314 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जो निरंतर जारी है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आशुतोष सारस्वत ने बताया कि स्टेंडर्ड प्रोटोकाल के तहत शुक्रवार को 14 गेट खोलकर ट्रायल किया गया। सभी गेट सही पाये गये। ट्रायल के दौरान रायपुर के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अब बांध में 85 प्रतिशत से अधिक पानी भर गया है इसलिए जावक निरंतर बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि गंगरेल बांध में दुधावा और माड़मसिल्ली से पानी आता है इसलिए उन बांधों के जल भराव पर भी नजर रखी गई है। वे स्वयं शनिवार को सोंढूर, दुधावा बांधों का निरीक्षण किया है। यहां भी पानी का जल स्तर बढ़ने पर गेट खोलने का ट्रायल किया जायेगा। सोंढूर बांध में 71 एवं दुधावा बांध में 75 प्रतिशत पानी भर गया है।