शराबबंदी और युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने पर दृढ़ता से विचार करे छत्तीसगढ़ सरकार : प्रीतेश गांधी

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धमतरी | कोरोना महामारी के समय में पूरा देश थम गया है। इससे उबरने के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में निरंतर तत्परता से काम कर रही है।

12 मई को दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश के आह्वान पर अपने अपने घरों की दरवाजे या बालकनी में एक दिवसीय प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन किया, जिसमें शराबबंदी, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस देने तथा मजदूरों को सहायता राशी देने जैसे विभिन्न मुद्दें शामिल थे।

इस पर प्रीतेश गांधी ने भी अपने घर में हाथों में तख्ती लेकर विरोध प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में शराब दुकानों का पुनः संचालन होने से जनहानि का खतरा बढ़ गया है। शराब दुकानों में उमड़ती भीड़ से प्रदेश में कोरोना फैलने की आशंका बढ़ रही है ऐसे में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को इस पर पुनः विचार करते हुए जल्द से जल्द शराब दुकानों को बंद करना चाहिए। छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के मरीज मिले हैं । ऐसे समय में प्रदेश में शराब दुकानों को खोलना और होम डिलीवरी के माध्यम से घरों तक शराब पहुंचाने का निर्णय गलत है जिसका मैं विरोध करता हूँ।

केंद्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी से देश व देशवासियों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जा रहें हैं जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए दो गज देह की दूरी बनाए रखने की अपील की थी जिसका जनता ने दृढ़ता से पालन किया परंतु शराब दुकानों के खुलने से इन निर्देशों का उल्लंघन चिंतनीय है।

प्रीतेश गांधी ने कहा कि रोजाना शराब की वजह से प्रदेश में सड़क हादसे और अन्य घटनाएं बढ़ने की खबरें अखबारों में प्रकाशित हो रही है जिससे जनहानि बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस से आज पूरा विश्व थमा हुआ ऐसे में शराब दुकानें खुलने से प्रदेश में कोरोना महामारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था अपने उस उस वादे को निभाए और प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को लागू करे।