विक्षिप्तों से प्यार, अपनापन तथा उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करना सबसे बड़ी सेवा

440

धमतरी |  समाज जिन्हें पागल समझ कर उन्हें दूर रखता है ऐसे विक्षिप्तों से प्यार, अपनापन तथा उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए उन्हें सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं नगर निगम के सभापति अनुराग मसीह, पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा। यहां तक कि अल सुबह लॉक डाउन के पहले तक अलसुबह कि चाय इन्हीं विक्षिप्तों के साथ चाय कि चुस्की से शुरू होती थी।

लेकिन कोरोना वैश्विक महामरी के चलते देश भर में लागू लॉक डाउनडाऊन के चलते शहर भर में यत्र तत्र घूमने वाले इन लोगों के समक्ष भी अनेक परेशानियां आती हैं, जिनसे वाकिफ ये इन लोगों अपनेपन से कराते हैं।

ठंड के दिनों में भी उनकी बचाव क लिए सारे संसाधन भी ये लोग उपलब्ध कराये थे। दो दिन पूर्व ही सिहावा चौक में एक विक्षिप्त ने उसे कुछ लोगों द्वारा मारपीट करने की शिकायत भी कि गई थी।स्थानीय आमापारा बैगा होटल के पास विचरण करने वाले घनश्याम एवं झब्बू को मास्क पहनाकर उसे इसके उपयोग के लिए राजी भी कर लिया गया जो सभ्य समाज के उन लोगों को प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है जो लॉक डाउन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते है।  स्थानीय निवासी रमेश देव व फिरोज भाई ने बताया कि ये हमारे समाज का ही एक अभिन्न हिस्सा है। वास्तव में इनके साथ हम लोग कोरोना संकट के पहले और आज भी जब प्रतिदिन इनसे मिलने सभापति अनुराग मसीह, राजेंद्र शर्मा,पूर्व न. पलिका उपाध्यक्ष पवन लिखी, पूर्व पार्षद शिवओम बैगा, कुलेश सोनी इनसे जिस आत्मीयता व प्यार से मिलते हैं वह हमें यह सोचने के लिए मजबूर कर देती है कि इनके दुख दर्द से वाकिफ होना ही सच्ची सेवा, परोपकार व धर्म है।