
अंहकार से दुर रहकर जिंदगी को बनाए सफल – रंजना साहू
धमतरी | श्रीराम जानकी मंदिर मड़ाईभाठा में रामजन्मोत्सव मनाया गया जिसमें मुख्य रूप से क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक श्रीमती रंजना डिपेन्द्र साहू, श्री अवनेन्द्र साहू,श्री गणेश राव पवार(अध्यक्ष श्रीराम जानकी मंदिर मड़ाईभाठा), मुरारी यदु (अध्यक्ष भाजपा मण्डल आमदी), श्रीमती जागेश्वरी साहू, नीलू रजक, अमन राव, प्रताप राव, अखिलेश पवार, श्रीमती निलेश्वरी पवार, जितेन्द्र यदु, डोमन सेन व मंदिर समिति के सभी सदस्यो की उपस्थित मनाई गई जिसमें भगवान श्रीराम जानकी मंदिर मड़ाईभाठा में विगत 103वर्षो से बने मंदिर में पूरे गांव में जोर सोर से रामजन्मोत्सव मनाया गया जिसमें भगवान राम सीता लक्ष्मण जी मूर्ति में पूजन अर्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसमें रांवा शक्तिकेन्द्र के अंतर्गत एक दिवसीय रामायण सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से श्रीमती रंजना डिपेन्द्र साहू विधायक ने कहा कि मानव जीवन में सदैव अंहकार ईर्ष्या द्वेश क्रोध जैसे विकारों से दूर रहकर अपने जीवन को सुखमय एवं निरोग्य बनाकर जीवनयापन करने की प्रेरणा रामचरितमानस कथा में हम सब को मिलती है,
भगवान श्रीराम ने समस्त मानव समाज में पारस्परिक सहानुभूति प्रेमभावना उदारता सेवा व क्रियाशील रहने वाली प्रेरणा दिए। आगे श्रीराम जानकी मंदिर के अध्यक्ष श्री गणेश राव पवार ने बताया कि श्री राम जानकी मंदिर जो आज बना है जो हमारे पूर्वज की देन है मंदिर स्थापित सन 1919 में हुआ और मंदिर के रखरखाव के पवार परिवार के ओर से 57 एकड़ जमीन दान में दिया गया आगे कहा इस मंदिर के द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर संचालित किया जाता जिनका सभी पालको , बच्चो , आचार्यो का विकास शिक्षा जगत में हो सके यह समिति की सोच है ।
अवनेन्द्र साहू, मुरारी यदु ने कार्यक्रम को संबोधित किए। इस अवसर पर श्रीमती शकुनतला पवार, श्रीमती राम बाई पवार, राधेश्याम पवार, अखिलेश पवार (अध्यक्ष श्रीराम शिक्षण समिति मड़ाईभाठा), चमेली पवार (पूर्व सरपंच),महेश राम यदु, सहदेव ठाकुर,जितेन्द्र यदु,डोमन लाल,गुहरी शर्मा, मुकेश साहू, गिरीश, कमलेश यदु, गणपत यदु, कृष्ण कुमार, ओमकार सिन्हा,पुना राम,अवधराम, जितेन्द्र साहू,तोरण लाल, खिलेश , अंगेश ,शारदा साहू, भगवती पवार, चन्द्रकला, देवश्री साहू रेणुका साहू,विमला चांद, गोदावरी, चमारिन, परमिला , रेवती, राधिका, परागा, संतोषी रमेश यदु, उमा, सतरूपा, डाहरू राम निषाद, मोहन साहू,उपस्थित हुए।