
मां ईश्वर की धरती पर सबसे अनुपम महान व पवित्र कृति है -:नरेंद्र रोहरा
मां शब्द में है जग समाहित -धनीराम सोनकर
रिश्तो की पवित्रता का सत्य व शास्वत प्रतीक है माता -दीपक गजेंद्र
धमतरी – मां धरती पर ईश्वर की सत्य,शाश्वत एवं पवित्रता का प्रतीक साक्षात प्रतिरूप के रूप में सृष्टि की जन्मदात्री है खुद दुखों में रहकर दूसरों को सुख व शांन्ति देती है ,स्वयं का जीवन संघर्षों व कष्ट से भरा होकर भी दूसरों के लिए खुशी देने का माध्यम बनती है शहर में भी मां के ऐसे ही सर्वगुणों का प्रतीक हिंदू, मुस्लिम ,सिख ,ईसाई के जैसे विभेदो से ऊपर उठकर मां शब्द की सार्थकता एवं पवित्रता को समाज में सिद्ध करने वाली माता है जो सबके लिए प्रेरणास्रोत अपने अनुकरणीय कार्यों के कारण हो जाती है अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस 8 मई को ऐसे ही माता ,जिनमें यशोदा सोनकर,सिम्मी खाँन, ममता खालसा, सरिता असाई जिन्होंने जीवन की प्रत्येक चुनौतियों का हंसकर सामना करते हुए उस पर विजय ही प्राप्त नहीं की बल्कि अपने बच्चों के साथ साथ दूसरों को भी मां का प्यार दुलार तथा ममता के आँचल की छांव प्रदान करते हुए सार्थक एवं सकारात्मक जीवन जीने के लिए भरपूर सहयोग दिए इनके उक्त कार्यों को नमन् करते हुए नगर निगम के भारतीय जनता पार्टी पार्षदों द्वारा नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा की अगुवाई में शाँल ,श्रीफल स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान कर आभार प्रकट किया गया उक्त माताओं का कार्यक्षेत्र में परिचय के रूप में यशोदा सोनकर -: उच्च शिक्षित तथा जन्म से दिव्यांग यशोदा सोनकर अपने दृढ इच्छा शक्ति तथा मजबूत आत्म बल के दम पर बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना करते हुए उसे मात दी है वर्तमान में वे मां विंध्यवासिनी स्कूल कर्मा चौक गोकुलपुर में का संचालन 22वर्षों से करते हुए अनेक भूमिकाओं में स्वयं अविवाहित रहकर बच्चों को एक माँ के रूप में ,एक शिक्षक के रूप में तथा एक पालक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करती है तथा वे यह कहती है कि जीवन के शेष समय मे अब यह बच्चे ही उनका परिवार है |
सिम्मी खाँन– इन्होंने हेयर ट्रीटमेंट को अपना कैरियर बनाते हुए 16 साल पूर्व अंबेडकर वार्ड गौरव पथ में एक छोटा सा सिम्मी ब्यूटी सैलून से अपने संघर्षपूर्ण जीवन की शुरुआत की थी जो आज लब्धप्रतिष्ठित संस्थान का रूप ले ली है ।दांपत्य जीवन के प्रारंभिक दौर में जीवन साथी से अनबन हो जाने से अपने तीन बच्चों की परवरिश को सफलतापूर्वक करते हुए राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर अनेक पुरस्कार प्राप्त कर समाज का ध्यान अपनी ओर बरबस खींचा वर्तमान में हेयर स्ट्रेस का देश के टॉप मोस्ट ट्रेनर निशा लंबा से तथा मेकअप का कोर्स दिल्ली में सुप्रसिद्ध अमितजी से ट्रेनिंग प्राप्त कर धमतरी शहर में उक्त क्षेत्र की सेवा देने वाली प्रथम महिला बन गई है साथ ही उनके इस कार्य से राज्य स्तर में भी उन्हें पहचान मिली है ज्ञात रहे कि वह स्वयं एक माँ का धर्म निभाते हुए अपने मां के प्रति भी एक संतान के रूप मे पवित्र रिश्ता के निर्वहन में अनूठी मिसाल पेश की है|
ममता खालसा – बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्तित्व के रूप में क्षेत्र में एक पहचान बना चुकी शिक्षाकर्मी संघ के जिले से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर तय करते हुए अपने नेतृत्व का लोहा प्रत्येक स्तरों पर सिद्ध कर चुकी है सिख समाज की ममता खालसा एक माँ के रूप में परिवार को अपनी ऐसी शीतलता दी है जो अन्य परिवारों में खुशी भी देने का माध्यम बनती है शिक्षा कर्मी वर्ग 3 मे कार्य करने साथ-साथ धर्म में भी उनकी काफी रूचि ने सिख धर्म की गौरव गाथा को सकीर्तन ,भजन के माध्यम से पिरोने के लिए राज्य स्तर पर प्रसिद्धि प्राप्त की है और यही कारण है कि उनकी प्रत्येक बात तथा कार्य प्रमाणिकता के धरातल की कसौटी पर खरा उतरते हुए समाज के लिए अनुकरणीय हो गई है वे अपने दोनों बच्चों को संस्कारित शिक्षा देने के साथ-साथ शिक्षा कर्मी वर्ग 3 में अपनी सेवा देते हुए अनेक बच्चों को हर प्रकार की मदद देकर उनके जीवन को भी संवारने का माध्यम बनकर मातृधर्म का सर्वोत्तम उदाहरण समाज के सामने उन्होंने प्रस्तुत किया है।
सरिता असाई – मात्र 9 साल तक दांपत्य जीवन में रहने के पति के निधन के पश्चात समय ने सरिता आसाई को अपने दो बच्चों के साथ जीवन के हर कठिन परिस्थितियों तथा अनेक चुनौतियां का सामना करने के लिए लाकर खड़ा कर दिया लेकिन सभी का चट्टान की तरह सामना करते हुए उस पर विजय प्राप्त कर क्रिश्चियन अस्पताल धमतरी में नौकरी करते हुए अनेक कठिनाइयों को स्वीकारते हुए जीवन के संघर्ष में तप कर अपने दोनों बच्चों को सिविल इंजीनियर के पद तक पहुंचाया और वर्तमान अपने नौकरी से त्यागपत्र देकर रिसाईपारा पश्चिम वार्ड से पार्षद बन कर जनसेवा को आत्मसात करते हुए एक नई पहचान बनाई उनके प्रत्येक कार्यों में जनता के प्रति संघर्ष तथा एक संवेदनशीलता स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है|
जिनके कारण शहर में आपसी प्रेम, एकता एवं सौहर्द्रता की छवि उनके कार्यों से निर्मित होकर समाज के लिए प्रेरणादाई हो जाती है। ऐसे माताओं को सम्मान करते हुए निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने बताया कि धरती पर ईश्वर की सबसे महान पवित्र कृति है मां वही वरिष्ठ पार्षद धनीराम सोनकर ने मां शब्द की विशालता को संपूर्ण जगत के सामान कहा तथा दीपक गजेंद्र ने दुनिया के सभी रिश्तो में सर्वाधिक सत्य सास्वत तथा प्रमाणित मां और पुत्र के रिश्ते को निरूपित किया वही सभी पार्षदों की ओर से पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा समाज के सारे लोगों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त सम्मान के अवसर पर उपस्थित रहे पूर्व सभापति राजेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ पार्षद गड़ धनीराम सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे विजय मोटवानी अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर , प्राची सोनी ,सरिता आसाई श्यामा साहू ,सुशीला तिवारी ,रश्मि दिवेदी ,नीलू डागा, ,रितेश नेताम,, शामिल हैं।