केन्द्र सरकार का कृषि बिल किसानों को अपनी ही जमीन में बंधुआ मजदूर बनाने का षड्यंत्र:  शरद लोहाना

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धमतरी| जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरद लोहाना ने कहा कि किसानों के कथित हितो की बात करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार ने कृषि बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में विपक्ष की अनुपस्थिति के बीच लोकतंंत्र का चीर हरण करते हुए पास करवाया| असल में पूरे देश के किसानों को कान्ट्रेक्ट फार्मेसिग के माध्यम से अपने ही जमीन पर बंधुवा मजदूर बनाकर चंद उघोगपति जिसकी संख्या पूरे  देश में 6 प्रतिशत से अधिक नहीं हैं | उसका एक गिरोह बनाकर अम्बानी, आडानी जैसे उद्योग पतियों की तिजोरी भरकर इस देश को इनका गुलाम बनाने का षड्यंत्र हैं, जिसे कांग्रेस पाटी कभी सफल नही होने देगी।
श्री लोहाना ने आगे कहा कि अगर केंद्र सरकार की नीयत अगर इतनी ही साफ हैं तो इन्होने देश के 10 प्रतिशत किसानो और उस उपज के सहारे नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षित बेरोजगारो के हितो को देखते हुए इस बिल में कान्ट्रेक्ट फार्मेसिग में उघोगपति द्वारा शासन द्वरा निर्धारित एम.एस. पी. दर पर ही कृषि उपज को खरीदने की शर्त क्यो नही जोड़ी| उघोगपति द्वारा खरीदे जाने वाले कृषि उपज की निगरानी राज्य सरकारो के अधिनियम की व्यवस्था के अंतर्गत करने का फार्मूला क्यो नहीं किया बल्कि उन्होने इस बिल के माध्यम से जमाखोरो को किसानों को लूटने और लुटी हुई फसल को कई गुना ऊंचे दाम पर बेचकर अपनी तिजोरी भरने का लाइसेंस चंद गिने चुने व्यापारी और उघोगपति को दे दिया। ताकि देश की जनता गरीबी के ऐसे माकड़जाल में फस जाए कि उसे पेट भरने को ही अपना विकास समझना पड़े और देश की जनता का ध्यान केन्द्र सरकार की नाकामी, वादा खिलाफी पर ना जाए |उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के षड्यंत्र को कभी सफल नही होने देगी |