आरटीई की राशि और निःशुल्क पाठ्यपुस्तक को लेकर निजी स्कूल संघ ने अपनाया गांधीवादी तरीका 

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धमतरी | छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम से अब तक निजी विद्यालयों को निशुल्क पुस्तकें और आरटीई की राशि 2 साल से नहीं मिलने के कारण स्कूलों के संचालन में दिक्कतें आ रही हैं |इस मुद्दे को लेकर निजी विद्यालय संचालक कल्याण संघ ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सामने गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन किया | आंदोलन के दौरान स्कूल संचालक अपनी मांगों से संबंधित बैनर पोस्टर लेकर खड़े रहे लेकिन नारेबाजी नहीं की |

संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में लगभग 220 निजी स्कूल संचालित है |अपनी मांगों को लेकर 1 घंटे तक मौन धारण कर मांग से संबंधित तख्तियां लेकर खड़े रहे| उसके बाद  डिप्टी कलेक्टर जितेंद्र कुर्रे को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा गया | सौपे गए ज्ञापन में कहा गया कि इस वर्ष शासकीय एवं अनुदान प्राप्त स्कूलों को पुस्तकें दे दी गई लेकिन निजी स्कूलों को अभी तक पुस्तकें नहीं मिली है| इससे बच्चों को ऑनलाइन क्लास में भी दिक्कत हो रही है |सदस्यों ने बताया कि आरटीई की राशि भी 2 साल से नहीं मिली है जिसके कारण स्कूल  संचालन करने में परेशानी आ रही है |

इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष सुबोध राठी, उपाध्यक्ष विनोद पांडे, सचिव टीआर सिन्हा, सह सचिव अशोक देशमुख, कोषाध्यक्ष सूर्यप्रभा चेटियार  कार्यकारिणी सदस्य कमलेश सिंह राठौर, तरुण पांडे, एमके मसीह , फादर जानी केसी, शैलेश बाजपेई, विशेष लखोटिया मौजूद थे| उसके बाद  संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद लोहाना को भी ज्ञापन दिया गया|