अटल इंडिकेटर रैंकिंग सुधार पर फोकस — स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न स्वास्थ्य सेवाओं की और गुणवत्ता बढ़ाने पर बल

3

धमतरी  | कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में  कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्रीमती कल्पना धुर्व, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO), जिला कार्यक्रम प्रबंधक (DPM), ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO), ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक (BPM) सहित सभी वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने बैठक की शुरुआत अटल इंडिकेटर रैंकिंग की विस्तृत प्रगति की समीक्षा से की। उन्होंने संकेतवार उपलब्धियों का अवलोकन करते हुए उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए जिनमें सुधार की आवश्यकता अधिक है। उन्होंने कहा कि “जिले की रैंकिंग सुधारना हमारी प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी विभागीय अधिकारी लक्ष्य आधारित कार्य करें। कलेक्टर ने अटल इंडिकेटर रैंकिंग में सुधार के लिए विशेष जोर दिया। बैठक में संस्थागत प्रसव बढ़ाने, टीकाकरण प्रतिशत सुधारने, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने, कुपोषण कम करने तथा टीबी-मलेरिया जैसे रोग नियंत्रण कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता, दवा उपलब्धता, डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं और एचडब्ल्यूसी के मानकों को बेहतर कर रैंकिंग सुधारने पर बल दिया गया। बैठक में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (RMNCH+A), टीकाकरण (UIP), राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP), मलेरिया-फाइलेरिया नियंत्रण, गैर-संचारी रोग (NCD), पोषण अभियान, एनीमिया मुक्ति कार्यक्रम सहित विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों की ब्लॉकवार समीक्षा की गई। इस दौरान टीबी के मामलों, सिकलसेल स्क्रीनिंग की तथा लैप्रोस्कोपी बीमारियों और पीड़ित मरीजों की मॉनिटरिंग प्रगति आदि की जानकारी ली । समय समय पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए । ताकि हर लाभार्थी तक समय पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ पहुंच सकें। कलेक्टर ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में OPD और IPD सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने, आवश्यक दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा मानव संसाधन की कमी को प्राथमिकता से दूर करने पर बल दिया। उन्होंने साफ कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में HIMS पोर्टलों में समय पर, सटीक और पारदर्शी डाटा प्रविष्टि पर भी विशेष जोर दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि “विश्वसनीय डाटा ही बेहतर योजना निर्माण और गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की नींव है।” उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को डाटा गुणवत्ता सुधार हेतु नियमित प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने आश्वस्त किया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा सभी आवश्यक कदम निरंतर उठाए जाएँगे ।