मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी आत्मानंद ने स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिव भाव से जीव की सेवा, दरिद्र नारायण की सेवा के मूल मंत्र को धरातल पर उतारने के काम किया। स्वामी आत्मानंद ने यह संदेश दिया था कि पीडि़त मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। इसलिए उन्होंने मठ और आश्रम स्थापित करने के लिए एकत्र की गई राशि अकाल पीडि़तों की सेवा में खर्च करने का कदम उठाया था। एकत्र राशि उन्होंने अकाल पीडि़त गरीबों के लिए राहत काम के लिए खर्च कर दी। उन्होंने अमेरी में कुंआ, अचानकपुर में तालाब जैसे जनहित के कार्य किए। उन्होंने अकाल के समय गर्भवती माताओं के लिए पौष्टिक भोजन की शुरूआत की जिससे की बच्चे कुपोषित न हो।
 श्री बघेल ने कहा कि स्वामी आत्मानंद को हम एक समाज सुधारक और शिक्षाविद् के रूप में देखते हैं। उन्होंने उनके रायपुर आश्रम और उत्कृष्ट लाईब्रेरी बनायी। खेल-कूद में भी उनकी रूचि थी। पंचायती राज संस्थाओं के प्रचार-प्रसार में भी उन्होंने योगदान दिया। दूसरी बार आश्रम बनाने के लिए एकत्र राशि भी 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय बांग्लादेश से आए शरणार्थियों को बस्तर अंचल में पाखांजूर, रायपुर के माना और धरमजयगढ़ कैम्प में बसाने के लिए खर्च कर दी। स्वामी आत्मानंद पीडि़त मानवता की सेवा को सबसे बड़ा धर्म मानते थे। उन्होंने हमारे सामने इसके उदाहरण प्रस्तुत किए। उनका मानना था कि सेवा का कार्य पहले हो मंदिर निर्माण बाद में किया जा सकता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के अनुरोध पर उन्होंने नारायणपुर के अबूझमाड़ में आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए आश्रम की स्थापना की। उन्होंने यहां स्वास्थ्य तथा फसलों के क्रय-विक्रय की व्यवस्था कराई। स्वामी आत्मानंद ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ओडिसा, गुजरात सहित विभिन्न स्थानों पर आश्रमों और मठों की स्थापना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
 मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वामी आत्मानंद के पद चिन्हों पर चलते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण योजना की शुरूआत 2 अक्टूबर 2019 को गांधी जयंती के दिन से की है। इस योजना में अब तक 13.77 प्रतिशत बच्चों को कुपोषण के दायरे से बाहर लाया गया है। स्वामी आत्मानंद ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए। उनके द्वारा स्थापित आश्रम में आयुर्वेदिक, एलोपैथिक, होम्योपैथिक चिकित्सा के साथ ही एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई। उनके कार्याें को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा हाट बाजार क्लिनिक योजना और मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई। पाटन के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के पदाधिकारियों द्वारा सर्वसमाज के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर स्वामी आत्मानंद पर केन्द्रित वीडियो फिल्म और पाटन में निर्मित स्वामी आत्मानंद गार्डन और आत्मानंद चौक पर वीडियो फिल्म प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर सीताराम वर्मा,  मेहत्तर राम वर्मा, अश्वनी साहू सहित विभिन्न समाजों के पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित थे।