धमतरी | पिछले सात माह से बंद निजी स्कूलों को प्रारंभ कराने और आरटीई की राशि की मांग को लेकर निजी विद्यालय के संचालकों ने रैली निकाली | रैली कलेक्ट्रेट पहुंची जहां उन्होंने डिप्टी कलेक्टर एचएल गायकवाड को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा| सौपे ज्ञापन में संघ के सदस्यों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण प्रदेश के समस्त विद्यालय 15 मार्च से बंद है | 7 माह से ज्यादा समय से स्कूल बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है| विद्यालय प्रारंभ किए जाने पालकों का निरंतर दबाव विद्यालयों के ऊपर है| उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, पंजाब इत्यादि राज्यों में विद्यालय प्रारंभ हो चुके हैं | छत्तीसगढ़ में भी सरकार ने कोरोना पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण प्राप्त कर लिया है| ऐसी स्थिति में सरकार जब प्रदेश में सब कुछ प्रारंभ कर चुकी है तो सिर्फ स्कूल ही बंद क्यों है | स्कूल प्रारंभ न होने से बच्चों का न सिर्फ पढ़ाई का नुकसान हो रहा है अपितु शारीरिक, मानसिक विकास भी अवरुद्ध हो रहा है | ऑनलाइन शिक्षा कुछ समय के लिए विकल्प है | स्थाई समाधान नहीं |प्रदेश के सभी केंद्रीय विद्यालयों में 2 नवंबर से कक्षाएं प्रारंभ करने का आदेश जारी हो चुका है| ऐसी स्थिति में प्रदेश के सभी विद्यालयों में कक्षा छठवीं से बारहवीं तक पढ़ाई प्रत्यक्ष प्रारंभ कराने विद्यालय खोलने का आदेश जारी करें | कोरोना को लेकर जो भी केंद्र व राज्य सरकार की गाइडलाइन होगी हम उसका पालन करेंगे | उन्होंने आगे कहा कि आरटीई के तहत प्रवेशित विद्यार्थियों की शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि धमतरी जिले में सत्र 2020 से 2021 तक की बाकी है | एक ओर जब शासन सभी वर्ग को कोरोना के दौर में सहायता प्रदान कर रहा है तो स्कूलों को आरटीई की राशि क्यों नहीं दी जा रही है| इस अवसर पर संरक्षक दीपक लखोटिया, अध्यक्ष सुबोध राठी, उपाध्यक्ष विनोद पांडे, सचिव टीआर सिन्हा, सहसचिव अशोक देशमुख, कोषाध्यक्ष सूर्यप्रभा चेटियार, कार्यकारिणी सदस्य कमलेशसिंह राठौर, तरुण पांडे, एके मसीह, कादर जॉनी केसी, गोविंद मगर, मोहन नाहटा समेत जिले भर के निजी स्कूल संघ के संचालक मौजूद थे |