पहले दिन धान बेचने के लिए के लिए 2533 पंजीकृत किसानों का टोकन किया गया जारी, धान उपार्जन के सुचारू संपादन के लिए दिया गया अधिकारी, कर्मचारियों को प्रशिक्षण
धमतरी | खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत स्थानीय विंध्यवासिनी मंदिर के पीछे स्थित नगरनिगम धमतरी के सामुदायिक भवन में आज दूसरे दिन कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी की अध्यक्षता में नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। डिप्टी कलेक्टर सुश्री प्रीति दुर्गम ने पॉवर प्वाईंट प्रजेंटेंशन के जरिए धान उपार्जन कार्य में लगे अधिकारी, कर्मचारियों को धान उपार्जन के बारिकों से विस्तारपूर्वक अवगत कराया। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री गांधी ने धान उपार्जन नीति के अनुरूप सभी अधिकारी, कर्मचारियों को सौंपे गए दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में बताया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु जिले में 100 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। उक्त उपार्जन केन्द्रों में 14 नवम्बर से 31 जनवरी 2025 तक पंजीकृत किसानों से धान क्रय किया जायेगा। वर्ष 2024-25 में जिले में निर्धारित अवधि तक कुल एक लाख 27 हजार 596 कृषकों का पंजीयन किया गया है, जिसका रकबा 1,27,595.88 हेक्ट. है। धान खरीदी केन्द्रां पर सही गुणवत्ता, पर्यवेक्षण, निगरानी एवं वास्तविक किसानां से धान खरीदने हेतु 100 उपार्जन केन्द्र बनाये गये है, जिसके लिए 100 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, साथ ही समिति स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया गया है, जिनके द्वारा समिति में उपस्थित रहकर धान खरीदी सुचारू रूप से संचालन किया जायेगा। धान विक्रय के लिए 14 नवम्बर हेतु 2533 पंजीकृत किसानों का टोकन जारी किया गया है, जिसमें कुल 1,07,937.60 क्विंटल धान खरीदी की जायेगी। इसके साथ ही धान खरीदी के अवैध भण्डारण और परिवहन तथा पुर्नचक्रण रोकने के लिए तहसील स्तर पर उड़नदस्ता दल गठन किया गया है, जिसमें राजस्व, मंडी, खाद्य, सहकारिता, कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके द्वारा लगातार निगरानी की जायेगी एवं मंडी अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण भी दर्ज किया जायेगा। जिले में उड़ीसा सीमा क्षेत्र के बोराई (घुटकेल), बांसपानी, बनरौद, सांकरा एवं सिंगपुर चेक पोस्ट बनाया गया है, जिसमें नगर सैनिक, वन विभाग, मंडी, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।