समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी को सुव्यवस्थित तरीके से करने पर बल

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महिला समूहों के उत्पाद और सब्जी-भाजी को बढ़ावा देने की पहल

समय सीमा की बैठक में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिए आवश्यक निर्देश

धमतरी | ज़िले में एक से नौ नवंबर तक नौ हजार 507 किसानों से 54 करोड़ 12 लाख रूपये के समर्थन मूल्य में दो लाख 63 हजार 475 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। आज समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने खाद्य एवं संबंधित विभागों को सुनिश्चित करने कहा कि सभी 96 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी सुव्यवस्थित तरीके से हो। उन्होंने कस्टम मिलिंग के लिए मिलर पंजीयन की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द सभी मिलर्स का पंजीयन कराना सुनिश्चित करने कहा। बताया गया कि अभी तक अरवा के 107 मिलर्स का पंजीयन किया जा चुका है। साथ ही खरीदी केंद्रों से एक हजार 350 क्विंटल धान का उठाव मिलर्स द्वारा किया गया है। कलेक्टर ने सभी खरीदी केंद्रों से सतत धान उठाव सुनिश्चित करने कहा। ज्ञात हो कि इस साल एक नवंबर से 31 जनवरी तक जिले के 96 उपार्जन केंद्रों के जरिए समर्थन मूल्य पर अनुमानित चार लाख 84 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी पंजीकृत किसानों से की जा रही है।

सुबह 11 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत बैठक में कलेक्टर ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से स्वीकृत सभी कुंआ निर्माण के कार्यों को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी बारिश के बाद मिट्टी नरम है और मिट्टी खोदने में आसानी होगी और साल भर में कुँआ बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही कलेक्टर ने आयुक्त नगर निगम और उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा को शहर की यातायात को निर्बाध रखने और जान माल को हानि ना हो इसके लिए सड़कों पे बैठे आवारा पशुओं पर सतत कार्रवाई करते रहने के निर्देश दिए हैं। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ.एम.एस.बघेल ने बताया कि अब तक 20 पशु मालिकों को इस संबंध में नोटिस जारी किया जा चुका है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि महिला समूह द्वारा गौठानों में उत्पादित की जा रही सब्जियों को गौठानों के नजदीक के स्कूल, छात्रावास, अस्पताल, आंगनबाडियों और आश्रमों में खरीदना सुनिश्चित् किया जाए। इससे जहां महिला समूह की पैदावार की सही तरीके से खपत होगी, वहीं संबंधित विभागों के सब्जियों की आवश्यकता भी निकट के स्थान में पूरी हो पाएगी। इसी तरह सी मार्ट में विक्रय के लिए समूहों द्वारा तैयार कर उपलब्ध मसाला आदि सामग्री को भी संबंधित विभाग क्रय करें, जिससे स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिले और समूहों की आय में वृद्धि हो। बैठक के अंत में कलेक्टर ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने प्रोत्साहित किया, जिससे शासन की योजनाएं जमीनी स्तर पर सही तरीके से क्रियान्वित की जा सके। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया, वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय, अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक सहित ज़िला स्तरीय अधिकारी , स्वान की वीसी के जरिए ब्लॉक स्तरीय जुड़े रहे।