Home Latest शहर का सिटी पार्क पांच साल में हो गया वीरान, शाम होते...

शहर का सिटी पार्क पांच साल में हो गया वीरान, शाम होते ही लगता है असामाजिक तत्वों का जमघट

चंद्रकांत साहू 

धमतरी| निगम प्रशासन की उदासीनता के चलते रामलीला मैदान के पास स्थित सिटी पार्क से रौनकता गायब हो गई है| देखरेख के अभाव में यह गार्डन वीरान हो गया है | यहां मनोरंजन और  सैर सपाटे के लिए आने वाले लोगों को सिर्फ मायूसी ही हाथ लग रही है | लाइट की व्यवस्था नहीं होने से शाम होते ही यहां असामाजिक तत्वों की महफिल सजने लगती है जो भविष्य के लिए कभी भी खतरा पैदा कर सकती है|

493773.com News For Everyone की टीम ने सिटी पार्क का जायजा लिया तो वहां कुछ बच्चे टूटे- फूटे इंस्ट्रूमेंट के साथ अपना मन बहला रहे थे| यहाँ बच्चों के मनोरंजन के लिए लगाए गए टॉय कार, झूले तथा वन्य प्राणियों की प्रतिमाएं टूट-फूट गई है| हाथी की प्रतिमा दो टुकड़ों में बंटकर जमीन पर धराशायी हो गई है जिसे सहजने की चिंता किसी को भी नहीं है | उल्लेखनीय है कि विंध्यवासिनी वार्ड में बिलाई माता मंदिर के पीछे रामलीला मैदान के पास एक करोड़ की लागत से बच्चों के खेलकूद और मनोरंजन के लिए सिटी पार्क की स्थापना की गई है |

इस गार्डन का लोकार्पण 28 अप्रैल 2015 को तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने किया था| इस गार्डन में बच्चों के लिए टॉय कार झूला समेत हाथी, गैंडा, मयूर, जिराफ की फाइबर की प्रतिमाएं लगाई गई थी| गार्डन के चारों ओर रंग बिरंगे फूल यहां की शोभा बढ़ा रहे थे| सुबह- शाम बच्चों की चहलकदमी देखने को ही मिलती थी| बच्चे झूला, टॉय कार का आनंद लेते थे| इसके अलावा बड़े बुजुर्ग भी सैर-सपाटे के लिए आते थे लेकिन उचित देखरेख के अभाव में यह गार्डन 5 साल में ही बदहाली की स्थिति में पहुँच गया है| चौकीदार नहीं होने के कारण इसकी सुरक्षा अब भगवान भरोसे हो गई| परिणाम यह हुआ कि यहां लगाई गई विभिन्न प्राणियों की प्रतिमा टूट फूट गई है|

बच्चों के मनोरंजन के लिए लगाए गए सारे उपकरण छिन्न-भिन्न हो गए हैं| वन्य प्राणियों की प्रतिमा टूटकर जमीन पर गिर रही है जिसे सुरक्षित करने निगम प्रशासन को चिंता नहीं है | तनाव और थकान मिटाने के लिए यहां आने वाले लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है| निगम प्रशासन की उदासीनता के चलते खूबसूरत उद्यान बदहाली की हालत में पहुंच गया है| शाम होते ही यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है| गार्डन के पीछे हिस्से में अंधेरा पसरा रहता है|

इस संबंध में निगम के महापौर विजय देवांगन ने कहा कि हमारी टीम ने विगत दिनों शहर के विभिन्न गार्डनों का जायजा लिया| मकई गार्डन, सेंचुरी गार्डन के साथ ही सिटी पार्क का कायाकल्प किया जायेगा | टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद संबंधित ठेकेदार को हैण्डओवर कर दिया  जाएगा | उन्होंने आशा व्यक्त की है कि जल्द ही शहरवासियों को बेहद खूबसूरत पार्क का नजारा देखने को मिलेगा| इस दिशा में पहल की जा रही है|

विंध्यवासिनी वार्ड के पार्षद कमलेश सोनकर ने कहा कि सिटी पार्क इस वार्ड की अनमोल धरोहर है| इसे संवारने और सहजने की जिम्मेदारी हमारी है| इसके रखरखाव के लिए निगम प्रशासन द्वारा कार्ययोजना बनाई जा रही है| इसके मेन्टेन के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है | जल्द ही इस गार्डन की रौनकता लौट आएगी |

error: Content is protected !!
Exit mobile version