
वृक्षारोपण की ओर कदम बढ़ाकर, टूटती सांसों की डोर को बचा सकते है- प्रियंका राजीव सिन्हा
धमतरी | पर्यावरण प्रकृति से प्राप्त अनमोल धरोहर है. जिसकी सुरक्षा करना प्रत्येक जन का कर्तव्य है. मानव और प्रकृति एक-दूसरे के पूरक है, हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रकृति पर आश्रित है इसके बिना हमारे जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है. लेकिन आज के युग में वृक्षों की कटाई बड़े पैमाने पर की जा रही है. ऐसे में विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है एवं उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है. वायु, मृदा और नीर की शुद्धता से एक शुद्ध व सम्पन्न पर्यावरण का निर्माण होता है और ये सब भी किसी न किसी रूप में वृक्ष के पूरक होते है क्योकि वृक्ष पर्यावरण को शुद्ध करता है.
प्रीतेश गांधी प्रदेश अध्यक्ष सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ ने 5 जून 2021 विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर और साथ ही उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य जिला धमतरी के ग्राम बलियारा में वृक्षारोपण किया और लोगों को वृक्षारोपण की महत्ता व पर्यावरण का संरक्षण करने संदेश दिया. उक्त अवसर पर प्रियंका राजीव सिन्हा पूर्व जनपद अध्यक्ष, हीरालाल ध्रुव, सूरज तिवारी, शिवनाथ ध्रुव, दाऊलाल सेन, विजय ठाकुर पूर्व पार्षद, कमलेश यादव, पंचराम ध्रुव, भगउ राम ध्रुव, फगवा राम साहू, नकुल कंवर, रामकुमार ध्रुव, डोमन विश्वकर्मा, लक्ष्मण साहू और जहदीप कंवर मुख्य रूप से उपस्थित रहें.
प्रीतेश गांधी ने कहा कि धरती पर जीवन यापन के लिए शुद्ध पर्यावरण बहुत आवश्यक है. शुद्ध पर्यावरण मानव जीवन को सतत, स्वस्थ और सुखी बनाती है. वृक्ष से हमें शुद्ध वातावरण के साथ-साथ खाद्य पदार्थ फल-सब्जी और जीवित रहने के लिए हमारे जीवन के आधार श्वास के लिए ऑक्सीजन भी मिलता है. हमारी भारतीय संस्कृति में धरती व प्रकृति को माता और वृक्ष, वायु तथा जल को देव का स्थान दिया जाता है. आरंभ से ही हमारे पूर्वज पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रकृति में निहित प्राकृतिक संसाधनों को पूजते आए है. अब हमारा दायित्व है कि हम अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण द्वारा पर्यावरण का संरक्षण कर वर्तमान और भविष्य को बेहतर बनाएं.
प्रियंका राजीव सिन्हा पूर्व जनपद अध्यक्ष ने कहा कि हमें प्रकृति के सौंदर्य को यथावत् रखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए. विश्व पर्यावरण दिवस के दिन वृक्षारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण हेतु एक छोटी कोशिश कर बहुत ही प्रसन्नता हुई और मन प्रफुल्लित हुआ. यदि हम सभी मिलकर पर्यावरण को प्रदूषित न करे और वृक्षों की अहमियत को समझते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाएंगे तो हमारी धरती की सौंदर्यता हरियाली से और भी मनोज्ञ हो जाएगी.