मेडिकल स्टोर्स से चोरी करते रंगेहाथ पकड़ाये  

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धमतरी | पुलिस अधीक्षक बी.पी. राजभानु द्वारा सभी थाना व चौकी प्रभारियों को लूट, चोरी, नकबजनी जैसे संपत्ति संबंधी अपराधों में प्रभावी अंकुश लगाने हेतु निर्देशित किए जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन में सूचना तंत्र मजबूत करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों एवं निगरानी बदमाशों की जांच, सतत पेट्रोलिंग व गस्त सुदृढ़ किये जाने से बेहतर परिणाम भी नजर आ रहा है| जिसके फलस्वरूप विगत दिनों संपत्ति संबंधी कई अपराधों में आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी गई माल-मशरूका की बरामदगी करने में धमतरी पुलिस सफल रही है। 3-4 सितम्बर की दरमियानी रात्रि थाना कुरुद पेट्रोलिंग पार्टी में उपनिरीक्षक नरसिंह ध्रुव, आरक्षक सुमित थापा एवं सैनिक संतोष गस्त पेट्रोलिंग करते हुए सतत निगरानी के दौरान शहीद वीर नारायण चौक कुरूद स्थित मेडिकल स्टोर्स के पास से एक लड़का पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी को आते देखकर भागने लगा | पेट्रोलिंग पार्टी ने संदेह के आधार पर मेडिकल स्टोर में जाकर देखा तो उसका एक तरफ का शटर का ताला खुला हुआ था तब मेडिकल स्टोर संचालक तिलेन्द्र कुमार साहू पिता हीरा राम साहू निवासी गुजरा को फोन से सूचित कर तत्काल मौके पर बुलाया गया। उनके  आने पर मेडिकल स्टोर खोलकर अंदर  देखा  तो एक व्यक्ति मेडिकल अंदर छुपा बैठा मिला जो पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया |

उन्होंने  अपना नाम लविश सागर बताया तथा अपने साथी दो अपचारी बालकों के साथ मिलकर चोरी करने की नीयत से मेडिकल स्टोर के शटर में लगा ताला तोड़कर अंदर घुसकर गले में रखे नगदी रकम को चोरी करना स्वीकार किया। मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा अपने गल्ले  को चेक करने पर उसमें रखे ₹5000 में से ₹2500 चोरी होने की रिपोर्ट पर धारा 457, 380 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी लविश सागर पिता विषत सागर उम्र 18 वर्ष साकिन पचरीपारा कुरूद एवं उसकी निशानदेही पर उसके साथी दो अपचारी बालकों से चोरी की रकम बरामद कर हिरासत में लेकर वैधानिक कार्यवाही करते हुए न्यायिक रिमांड हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कुरुद गगन वाजपेई, उपनिरीक्षक नरसिंह ध्रुव, आरक्षक सुमित थापा एवं सैनिक संतोष का विशेष योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना कुरुद पुलिस स्टाफ को रात्रि गस्त के दौरान तत्परता से की गई कार्यवाही एवं चोरों को रंगे हाथ पकड़ने के फलस्वरुप उनके उत्साहवर्धन हेतु नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।