बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में साइबर क्राइम पर कार्यशाला आयोजित किया गया

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धमतरी | बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धमतरी के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार पाठक के निर्देशन , आकांक्षा मरकाम एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन एवं पत्रिका समाचार के संयुक्त तत्वावधान में  साइबर क्राइम पर कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सुश्री नेहा पवार डी एस पी धमतरी रही। श्री प्रदीप जोशी पत्रिका संपादक ने कार्यक्रम की भूमिका से अवगत करवाते हुये कहा समाचार पत्र ही आपको सच्ची जानकारी उपलब्ध करवाती आप जितने भी एडवांस इलेक्ट्रॉनिक सामान उपयोग कर ले पर वह सत्य खबर से आपको रूबरू नही करवा पाते आप जितना अधिक समाचार पत्र पढ़ेगे उतने ही अप्रिय दुर्घटनाओ से बचे रहें क्योंकि आप जानकार बन सतर्क बन जाते है। सर ने पोलिस शब्द के फूल फार्म से विद्यार्थियों अवगत करते हुये पुलिस को मित्रवत बताया जो हर संभव हमारे हित में कार्य करती है। मुख्य अतिथि सुश्री नेहा पवार ने अपने वक्तव्य में ब्लूरिंग एवं एआई के बारे मे जानकारी दी तथा इसे उपयोग मे लाने का तरीका समझाया। मैडम ने कहा कि साइबर अपराध से तात्पर्य कंप्यूटर, स्मार्टफोन या इंटरनेट का उपयोग करके किए जाने वाले अपराधों से है। इसमें हैकिंग, डेटा चोरी, ऑनलाइन धोखाधड़ी और वायरस फैलाने जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। हाल के दिनों में, साइबर अपराधी लोगों को धोखा देने और जानकारी चुराने के लिए AI टूल का उपयोग कर रहे हैं। विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारियाँ साझा करते हैं, जिससे हैकर्स इन सोशल नेटवर्किंग एकाउंट्स को आसानी से हैक कर लेते हैं और फिर प्राप्त सूचना का दुरुपयोग करते हैं। श्री कमदीप जोशी साइबर एक्सपर्ट ने अपने उद्बोधन में बताया कि साइबर अपराध में जबरन वसूली, पहचान की चोरी, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, कंप्यूटर से व्यक्तिगत डेटा हैक करना, फ़िशिंग, अवैध डाउनलोडिंग, साइबर स्टॉकिंग, वायरस प्रसार, सहित कई प्रकार की गतिविधियाँ शामिल हैं।
सॉफ्टवेयर चोरी भी साइबर अपराध का ही एक रूप है, जिसमें यह जरूरी नहीं है कि साइबर अपराधी, ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही अपराध करे। सर ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 प्रदान किया इस नंबर का उपयोग साइबर अपराधों विशेषकर वित्तीय धोखाधड़ी में इस नंबर पर काल कर के आप अपनी समस्या एवं रिपोर्ट दर्ज कर सकते है। महाविद्यालय के प्राचार्य डा विनोद कुमार पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि आप लालच से जितना दूर रहेंगे ठगी का शिकार उतना कम होंगे। मोबाईल, कम्प्यूटर तथा अन्य नेटवर्किंग इन्ट्रुमेंट का उपयोग सावधानीपूर्वक करे तथा अपनी पहचान सोशल नेटवर्किंग साइट्स में कम से कम साझा करे सोशल जीवन से दूर हट कर वास्तविक जीवन का आनंद ले। तत्पश्चात साइबर अपराध को सरलता से समझने हेतु श्री आकाश गिरी गोस्वामी व्यख्याता तथा श्री प्रदीप साहू के द्वारा  नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया जिसके अंतर्गत पैसो एवं पहचान की चोरी, आधार नंबर मांग कर डाटा चोरी,  फर्जी काल एवं मैसेज से आपकी जानकारी लेना, अश्लील वीडियो काल कर बदनाम करना इत्यादि विषय पर नुक्कड नाटक कर जागरूक करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन एव आभार आकांक्षा मरकाम सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में आकांक्षा मरकाम, दिनेश्वर सलाम एनसीसी केयरटेकर, श्री भूपेश पटवा, स्वयंसेवक संदीप, संकेत, परमानंद, दिव्या, कुलदीप,रामानंद, प्रहलाद, लोचन,अभिलाषा,  वीणा, एनसीसी कैडेट्स लक्की बघेल, वारूणी, फिरोज, चन्द्रकला, नीलम सहित अन्य स्वयंसेवक तथा कैडेट्स उपस्थित रहे।