
धमतरी | हीरा सिरामिक फाउंडेशन, कुरुद द्वारा आयोजित ‘सिरामिक उत्सव नगाड़ा 2025’ अगले दिनांक 19 से 21 मार्च 2025 तीन दिन तक अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिरामिक कार्यशाला प्रारंभ होने जा रहा है, जिसमें US, Israel और भारत के विभिन्न राज्यों से गुजरात, महाराष्ट्र, उडिसा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के 22 कलाकार भागीदारी करेंगे। कार्यशाला के संयोजक और हीरा सिरामिक फाउंडेशन के अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, कुरुद का अपना कलाकार श्री चिरायु सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि युवा कलाकारों को प्रोत्साहन हेतु फाउंडेशन हर साल होली के बाद रंग पंचमी के दिन से सिरामिक कार्यशाला का आयोजन करता है। जिससे नवयुवा कलाकारों को देश-विदेश के विभिन्न भागों से आये हुए वरिष्ठ कलाकारों के साथ काम करने का और चर्चा करने का मौका मिलता है और साथ ही तत्कालीन समय में हो रही घटनाओं की जानकारी भी प्राप्त होती है। कार्यशाला को होली के बाद रखने का तात्पर्य समजाते हुए श्री चिरायु सिन्हा ने बताया कि भारतीय संस्कृति की महिमा चारों ओर फैली हुई है उसमें हमारा अपना रंग पंचमी का त्योहार हम कलाकारों के साथ उजागर करे ताकि आये कलाकारों को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त हो। कार्यशाला का नाम “नगाड़ा उत्सव” इसी कारण रखा गया है कि हमारी लोक परंपरा नगाड़ा के साथ जुड़ी हुई है और इन दिनों को नगाड़ा के साथ लोकगीत और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी जोड़ा गया है। सांस्कृतिक आदान-प्रदान का केन्द्र कलाकार ही है और इसे न सिर्फ कोई एक विधा बल्कि अनेकानेक विधाओं के साथ जोड़ कर उत्सव के तौर पर मनाना शुरू करें। इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में योगेन्द्र त्रिपाठी, हुकुम लाल वर्मा, अनंत साहू और रविकांत चंद्राकर उपस्थित रहकर कलाकारों के साथ कार्यशाला का आनंद उठायेंगे। अन्य अतिथि कलाकार के रूप में गुजरात से कृष्ण पडिया, सुश्री दीपा पंत, महाराष्ट्र से मुकुन्द जेठवा, उडिसा से सरोज राउत, उत्तर प्रदेश से प्रेम शंकर प्रसाद, सुश्री डॉ. लकी टांक, सुश्री पल्लवी सिंघ, राजस्थान से पवन शर्मा, मध्य प्रदेश से दिव्या पोरवाल, छत्तीसगढ़ से डाॅ. छगेन्द्र उसेंडी, सुश्री विजया त्रिपाठी, सुश्री राखी गुप्ता, युगल किशोर, हूमन चक्रधारी, संयोजक सुश्री देशना जैन और आयोजक चिरायु सिन्हा अपनी-अपनी कला से कुरुद नगर में कलारंग का नगाड़ा बजाकर रंग पंचमी का त्योहार मनाएंगे।
छत्तीसगढ़ की कलाप्रेमी जनता से आग्रह है कि आप इस कला उत्सव नगाड़ा की मुलाकात ले और कलाकारों की कला को प्रोत्साहित करने की कृपा करें।