धमतरी| ’सीख पिटारा’ के क्रियान्वयन एवं कक्षा पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता में वृद्धि के लिए कार्ययोजना बनाने जिला शिक्षा विभाग द्वारा बैठक रखी गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी ने कोविड 19 के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई में पड़ रहे विपरीत प्रभाव पर चिंता जाहिर करते हुए शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की विवेचना कर इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सीख, पढ़ई तुंहर पारा, मोहल्ला क्लास के जरिए स्थानीय स्तर पर संचालित कक्षाओं के ’माॅनिटरिंग मैकेनिज्म’ एवं इससे लाभान्वित विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों द्वारा मिले प्रतिसाद संबंधी विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने बताया कि कक्षा पहली से आठवीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए विकासखण्ड के चार-चार शिक्षकों से ’अभ्यास पत्रक’ का निर्माण कराया गया तथा इसे तीन दिनों में हल करने विद्यार्थियों को विद्यालय स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनके शैक्षणिक स्तर का आंकलन कर आवश्यक सुधार कराया जा सके। इसी क्रम में बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रख कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए संकायवार शैक्षणिक गुणवत्ता में वृद्धि के लिए ।ACHIEVER-21 . नामक कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके तहत जिले के 30 अनुभवी शिक्षकों द्वारा बीआरसी भवन धमतरी में माॅडल ’प्रश्न बैंक’ का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही सीख कार्यक्रम में निःस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं प्रदाय कर रहे 24 सक्रिय वालेंटियर्स, चार श्रेष्ठ संकुल समन्वयक एवं 12 शिक्षकों को आगामी 26 जनवरी को सम्मानित किए जाने की भी योजना है। रूर्बन क्लस्टर लोहरसी एवं रामपुर के सीएसी से शैक्षिक गतिविधियों के संबंध में भी बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में चारों विकासखण्डों के बीईओ, बीआरसी, एबीओ एवं 81 सीएसी उपस्थित रहे।