देशभक्ति का सशक्त माध्यम है सैन्यसेवा-विजय मोटवानी

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मातृभूमि के सच्चे सपूतों  सैनिकों का सम्मान किया युवा मोर्चा ने 
देशभक्ति का सशक्त माध्यम है सैन्यसेवा-विजय मोटवानी
धमतरी  भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा भारत माता के सच्चे सपूत वीर सैनिकों का सम्मान साल श्रीफल से किया गया सम्मान  फ्रीडम एकेडमी के संचालक रिटायर्ड सैनिक लोकेश साहू सर, असम में पोस्टेड सैनिक पूरन साहू जी के पिता रामचन्द साहू जी सेना में वर्तमान चयनित – शुभम सिंग, उमेश साहू, ट्रेनर – दुष्यंत सिन्हा, सरोज पैकरा जी रहे, उक्त क्षण मे काफी अभिभूत होकर भावुक हो गये थे। गौरतलब है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के कारण यह कार्यक्रम गाईड लाईन का पालन करते हुए किया गया ।

इस अवसर पर मोर्चा के जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी ने कहा कि युवा वर्ग में देशभक्ति का जुनून पैदा करने के लिए हमारे सैनिक उनके सुनहरे भविष्य के लिए रोल मॉडल की भूमिका मे है दूसरे अर्थों में सेवा का सबसे महत्वपूर्ण ,सशक्त ,पवित्र समर्पित, मंच सैन्य सेवा ही है जिसे अपनाकर हम अपने कैरियर के साथ मातृभूमि के ऋण से उऋण हो सकते हैं और यही वर्तमान समय के लिए देश की महती आवश्यकता है, भाग्यश्री मोटवानी ने बस्तर में घटित नक्सलियों की कायराना हरकत की भर्त्सना करते हुए कठोर निंदा की ।वही मोर्चा के महामंत्री अविनाश दुबे ने भारतीय सेना के उत्कृष्ट पराक्रम शौर्य व गौरव गाथा का वर्णन करते हुए बताया कि हमारे सैनिकों के देशभक्ति का जज्बा हर परिस्थिति में दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है वही सम्मानित सैनिकों में देश के विभिन्न रण क्षेत्रों के विपरीत परिस्थितियों का वर्णन करते हुए बताया कि क्या है वह दुनिया के सबसे ऊंची युद्ध क्षेत्र काल कारगिल का द्रास सेक्टर हो यह नौसेना के पोत के माध्यम से अथाह समुद्रों का सीमा क्षेत्रों या दूसरी ओर गर्म धरातल का राजस्थान की मरू हुई हूं अभी प्रीत कठोर जगह पर भारतीय सेना अपने पराक्रम का लोहा कई बार मनवा चुकी है पूर्व सैनिकों ने वर्तमान समय में केंद्र की सरकार द्वारा सैन्य सेवा के क्षेत्र में की गई बजट में वृद्धि तथा अनेक विपरीत अवसरों पर देश के प्रधानमंत्री रक्षा मंत्री के सीमा पर उपस्थिति को भी सैनिकों के आत्मबल मनोबल उत्साहवर्धन को बढ़ाने वाला बताया है।
उक्त अवसर पर उमेश साहू, राजीव सिन्हा, दिलीप पटेल, जय हिंदुजा, श्रीमती श्वेता गजपाल, कैलाश सोनकर, देवेश अग्रवाल, पवन गजपाल, प्रतीक सोनी उपस्थीत रहे।