ज़मीन विवाद : जैन समाज के व्यापारी की निर्मम हत्या, सब्बल से वार कर की गई हत्या

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व्यापारी की मौत की खबर से जैन समाज मे शोक की लहर दौड़ पड़ी है शोक के चलते शहर के सभी जैन समाज के लोगो की दुकानें बंद कर दी गई है | 

धमतरी | जमीन विवाद के चलते व्यापारी की निर्मम हत्या कर दी गई जिसका शव गाव के चौक में पड़ा हुआ मिला था | जमीन विवाद में पति-पत्नी ने व्यापारी के सिर पर सब्बल से इतनी जोर वार किया कि उसके दो टुकड़े हो गए। इसके बाद सब्बल उसके गले में घुसेड़ दिया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची और आरोपी पति-पत्नी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस की कार्रवाई अभी जारी है। मामला अर्जुनी थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, मैत्री विहार कॉलोनी  निवासी राजेंद्र पारख (58) जो  प्रॉपर्टी का  काम करते थे। उन्होंने शहर से सटे हुये ग्राम अमेठी में  एक जमीन बस्ती  मंच के पास ली थी। इसे लेकर  उनका फिरंगी निर्मलकर से विवाद चल रहा था। इसका मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है। राजेंद्र सुबह करीब 9 बजे अपनी दुकान पर पहुंचे और फिर वहां से अमेठी गांव चले गए।

पुलिस हिरासत में आरोपी पति-पत्नी।

बताया जा रहा है कि राजेंद्र उस जमीन की बाउंड्रीवॉल होने के बाद वहां दरवाजा लगवाने गए थे। इसी दौरान सुबह करीब 9.30 बजे फिरंगी निर्मलकर अपनी पत्नी फुलेश्वरी निर्मलकर के साथ वहां पहले से मौजूद था। राजेंद्र को वहां देख दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ी कि आरोप है कि फिरंगी ने सब्बल से राजेंद्र पर वार कर दिया। यह देख फुलेश्वरी ने भी उसी सब्बल से मारा।

वारदात के बाद अस्पताल पहुंची पुलिस।

वार इतनी जोरदार था कि राजेंद्र का सिर फट गया और उसका भेजा तक बाहर आ गया। इसके बाद आरोपियों ने उसके गले में सब्बल घुसेड़ दिया। स्थानीय गांव वालों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद राजेंद्र को पुलिस एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। जमीन को लेकर क्या विवाद था, अभी स्पष्ट नहीं है।

इस सम्बंध में अर्जुनी थाना प्रभारी गगन बाजपेयी ने बताया कि व्यापारी की सब्बल से हमला कर हत्या कर दी गई है हमला करने वाले का नाम फिरंगी निर्मलकर बताया जा रहा है जो कि गांव का ही रहने वाला है पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है ईधर व्यापारी की मौत की खबर से जैन समाज मे शोक की लहर दौड़ पड़ी है शोक के चलते शहर के सभी जैन समाज के लोगो की दुकानें बंद कर दी गई है