सावधानी और बचाव ही कोरोना से बचने का बेहतर उपाय : संक्रमण से मुक्त हुए युवक ने बताए अपने अनुभव

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रायपुर| कोरोना संक्रमण के बाद स्वस्थ्य हो चुकेे कोण्डागांव जिला मुख्यालय के 40 वर्षीय शन्मुख राव कोरोना पाॅजिटिव से नेगेटिव होने तक के अनुभव साझा करते हुए कहते हैं कि राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। जिला अस्पताल में भी प्रारंभिक उपचार की पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध हैं। अस्पतालों के स्टाॅॅॅफ की सेवा व उपचार की बदौलत वे कम से कम समय में इस व्याधि से मुक्ति पा चुके हैं। श्री शन्मुख राव ने यह भी बताया कि लोगो को कोरोना संक्रमण के लक्षण उभरने पर तत्काल स्वास्थ्य जांच कराना चाहिए। प्राथमिक परीक्षण और जांच पड़ताल में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। यह न केवल स्वयं के लिए बल्कि परिवार व आस-पड़ोस के लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर मुद्दा है। कई बार लोग संक्रमण के प्रति लापरवाही बरतते हुए परीक्षण कराने से बचते हैं जबकि यही स्थिति खतरनाक साबित हो जाती है।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सावधानी और बचाव ही कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण के लिए बेहतर उपाय है। सभी को इस महामारी से बचाव के गाईड लाइन का पूर्णतः पालन करना चाहिए।   शन्मुख राव ने कोरोना पाजिटिव से निगेटिव होने के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वे विगत 28 अगस्त को शासकीय कार्य के सिलसिले में रायपुर के प्रवास पर थे। इसी प्रवास के दौरान उनमें कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण जैसे बुखार, गले में खराश, जुकाम जैसे प्रारंभिक लक्षण दिखने लगे। शुरूआती चिकित्सकीय परीक्षण में उनमे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई, उसके बाद जिले में स्थित टाउन हाॅल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित शिविर में पुनः परीक्षण कराने पर उन्हे कोरोना पाॅजीटिव पाया गया। इसके बाद जिला चिकित्सालय स्थित कोविड कक्ष में भर्ती कर दिया गया। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजीटिव की सूचना मिलने पर पहले तो वे घबरा गए। फिर चिकित्सकों द्वारा बीमारी के प्रति सकारात्मक परामर्श के साथ उनकी हौसला अफजाई की गई और उन्होंने उपचार एवं दवाईयां लेने के साथ-साथ पृथक वास के नियम का पालन किया और लगभग एक हफ्ते उपचार उपरांत उनकी डाॅक्टरी रिपोर्ट निगेटिव आ गई। अभी भी वे ऐहतियात के तौर पर होम आईसोलेशन में रह कर सतर्कता बरत रहे हैं।