श्री राजमानस संघ धमतरी का वार्षिक सम्मेलन संपन्न

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धमतरी | श्री राजमानस संघ धमतरी का वार्षिक सम्मेलन श्री राम पथ वन गमन मार्ग मधुबन धाम विकासखंड मगरलोड में 16जून क़ो संपन्न हुआ संघ के अध्यक्ष श्री अर्जुन पुरी गोस्वामी एवं प्रवक्ता डॉक्टर भूषण लाल चंद्राकार ने बताया कि श्री राज मानस संघ धमतरी का 25 वा वार्षिक उत्सव 16 जून रविवार को संपन्न हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ श्री राज मानस संघ के पदाधिकारी एवं राघवेंद्र सरकार मानस परिषद मगर लोड के पदाधिकारीयों द्वारा भगवान श्री रामचंद्र जी के प्रतिमा का पूजन अर्चन माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ उसके बाद भजन संगीत का कार्यक्रम संगीत पक्ष के कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत किया गया तत पश्चात् संघ के संरक्षक सलाहकार उपाध्यक्ष गण सहित समस्त स्तर के पदाधिकारीयों महासमुंद गरियाबंद उड़ीसा दुर्ग सहित धमतरी जिला के कोने-कोने से आए हुए श्री राम भक्तों एवं मानस मंडली के सदस्यों शक्ति केंन्द्रो से आये हुए पदाधिकारीयों का स्वागत सम्मान मंच किया गया |

उसके बाद राधवेंद्र मानस परिषद मगरलोड के अध्यक्ष श्री दुष्यंत पटेल के द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया इसी बीच भजन संगीत श्री गुरु शरण साहू जी एवं श्रीमती अर्चना साहू जी एवं उनकी टीम के द्वारा निरंतर प्रवाहित होता रहा बीच बीच मे संघ के संरक्षक़ो के द्वारा भक्तिमय मानस के संदेश एवं संघ की गठन का उद्देश्य सहित प्रारंभिक पदाधिकारी की जानकारी दी गई तत्पश्चात कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रोशन उपाध्याय उपाध्याय नर्सिंग होम धमतरी एवं अशोक पवार और उसकी टीम का आगमन हुआ स्वागत उपरांत विशिष्ट अतिथि के आसंदी पर विराजमान डॉक्टर रोशन उपाध्याय जी ने बताया कि आज गंगा दशहरा का पावन पर्व है आज के दिन ही श्री राम के पूर्वज राजा भागीरथी ने महान तप करके अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए स्वर्ग से गंगा नदी को धरती पर लाया था उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी के स्नान में हमारे छत्तीसगढ़ के चित्रोंत्पला गंगा महानदी के जल का प्रथम प्रयोग किया जाता है और आज हम इस महानदी के तट पर बैठकर संत समागम करते हुए भगवान श्री राघवेंद्र सरकार जी को याद करते हुए उनके पद चिन्हो पर चलने का एक प्रयास कर रहे हैं दोपहर 2:00 कार्यक्रम की मुख्य अतिथि दंडी स्वामी ज्योतिर्मयानंद जी सरस्वती का आगमन हुआ स्वामी जी के स्वागत सत्कार पुष्प पुष्प माल एवं पुष्प वर्षा से किया गया स्वामी जी के उपस्थिति मे सचिव प्रतिवेदन का वाचन संघ के सचिव डॉक्टर जे एल देवांगन द्वारा किया गया |

उन्होंने अपने प्रतिवेदन मे राजमानस संघ के वर्ष भर की गतिविधियों क़ो मंच में साझा किया तत्पश्चात कोषाध्यक्ष दानीराम साहू द्वारा वार्षिक आय व्यय प्रस्तुत किया गया जिसका सभा द्वारा तालियों से अनुमोदन किया गया उसके बाद अध्यक्षिय उद्बोधन करते हुए श्री अर्जुन पुरी गोस्वामी जी ने कहां की संघ के सभी कार्यकर्ता सम्मिलित प्रयास करते हुए भगवान रामचंद्र जी के चरित्र का विभिन्न मंचों पर गायन एवं व्याख्यान करते हुए संघ के मूल उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में निरंतर लगे हुए हैं उन्होंने सभी स्तर के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की मेहनत को कार्यक्रम के सफलता का श्रेय दिया तत्पश्चात कार्यक्रम की मुख्य आसंदी पर विराजमान डंडी स्वामी जी अपनी अमृतवाणी के माध्यम से सभा को संबोधित करते हुए अध्यात्म एवं कथा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि नदी जब बहती है तो उनके जल चारों ओर के धरा का जल स्तर को बढ़ाते हैं आज जगह-जगह बांध एवं एनिकेट बनने के कारण नदियों की बहाव रुक सा गया है महानदी में जल की परवाह लगभग रुक चुका है जिस कारण से क्षेत्र का जल निरंतर गिर रहा है विकास के लिए बांध आदि का निर्माण आवश्यक है किंतु एक धार सतत नदी में प्रवाहित होते रहना चाहिए यह भी आवश्यक है अर्थात हमें विकास एवं पर्यावरण संरक्षण दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए उन्होंने गौ माता को राष्ट्र माता की दर्जा देने की मांग मंच के माध्यम से करते हुए कहां की देश में प्रतिदिन लगभग 100000 गौ माता की हत्या होती है भारत मे पहले 300 से अधिक देसी गाय के नस्ल थी वह आज घटकर मात्र 35 प्रकार के नस्ल शेष रह गई है जो निश्चित ही चिंता का विषय है गौ माता की संपूर्ण अंगों में देवताओं का वास होता है और उनकी गोमूत्र गोबर तक मानव जीवन के एवं उनके स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है |

स्वामी जी ने कहा कि हिंदुओं को प्रचंड होने की आवश्यकता है क्योंकि हम सनातन धर्म की संरक्षण के लिए प्रचंड होकर आगे बढ़ेगे तभी हमारा सनातन धर्म का विकास होंगा कार्यक्रम में वृक्षारोपण का महत्व को भी उकेरने का प्रयास किया गया श्री राघवेंद्र मानस परिषद के द्वारा 1000 पौधो का वितरण कर लोगों को वृक्ष लगाने का सकारात्मक संदेश प्रेषित किया गया वृक्षारोपण के माध्यम से ही वर्तमान में बढ़ रहे तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है और धरती पर जीवन को संरक्षित किया जा सकता है इस उद्देश्य से वृक्षारोपण की प्रचार प्रसार का जिम्मा श्री राघवेंद्र मानस परिषद मगरलोड के द्वारा उठाया गया कार्यक्रम में श्री आत्माराम साहू के द्वारा रचित मधुबन धाम पर गीत का भी विमोचन किया गया कार्यक्रम का संचालन श्री योगेश्वर साहू जी एन आर यादव श्री चंपालाल साहू जी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया