
धमतरी | पूरे 9 दिन तक आराधना और पूजन के बाद माता को विदाई दी गई | हवन पूजन के बाद प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया | पंडालों में विराजित मां अंबे की प्रतिमा को बैंड बाजे की धुन में भक्तों ने विदाई दी | देर रात तक रुद्री घाट में क्रेन के माध्यम से प्रतिमाएं विसर्जित की गई | सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल और गोताखोर भी मौजूद थे | नवरात्र का पर्व 17 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ | पूरे 9 दिन तक सेवा, अराधना के बाद भक्तों ने मां दुर्गा को विदाई दी | शहर के अलावा ग्रामीण अंचलों में भी पंडालों में दुर्गा की स्थापना की गई थी| पूरी श्रद्धा के साथ 9 दिन तक माता की आराधना के बाद भक्तों ने मां को विदाई दी | शहर के सभी मोहल्लों में दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी| दोपहर को विसर्जन यात्रा निकली जिसके कारण सदर बाजार में जाम की स्थिति रही | कई जगह यातायात बाधित रहा | इसे बहाल करने में पुलिस जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी | बैंड बाजे की धुन पर भक्तों ने माता को विदाई दी | मां की विदाई देख कई भक्तों की आंख से आंसू छलकने लगे | शहर से निकली विसर्जन यात्रा देर रात तक रुद्रेश्वर घाट तक पहुंचती रही| यहाँ क्रेन के माध्यम से प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया|