मंदिरों में जगमगा रहे आस्था के दीप , पंचमी पर हुई विशेष पूजा-अर्चना

445

धमतरी | नवरात्र पर शहर समेत ग्रामीण अंचल में भी माता के जय-जयकार की धूम मची हुई है | लोग माता की सेवा में लीन है |कई भक्त उपवास रखकर माता की अराधना में लगे है| नवरात्र पर उत्सव जैसा माहौल है| मदिरों में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लग रही है| मास्क और सैनिटाइजर के बाद ही श्रधालुओं को मंदिर में माता के दर्शन के लिए प्रवेश दिया जा रहा है | नवरात्र के पांचवें  दिन आज विशेष पूजा-अर्चना हुई | माता के पाचवें रूप स्कंदमाता की पूजा की गई | मंदिरों और पंडालों में आस्था के दीप जगमगा रहे है | शक्ति की भक्ति का पर्व 17  अक्टूबर से शुरू हो गया है | पर्व को लेकर भक्तों में अपार उत्साह है | शहर के अलावा  ग्रामीण अंचलों में भी चौक-चौराहों में माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है| सुबह शाम माता की आरती हो रही है जिसमे भक्तजन शामिल हो रहे है | नगर के विंध्यवासिनी मंदिर में माता के  दर्शन के लिए दूर-दूर से भी लोग आ रहे है | माता के चरणों में नारियल, पुष्प अर्पित कर अपने  परिवार की खुशहाली की कामना कर रहे है | मंदिर  को  रंग बिरंगी  लाइट से आकर्षक  ढंग से सजाया गया है | रात को  मंदिर की  शोभा और भी बढ़ जाती है |  विंध्यवासिनी  मंदिर के पुजारी ने  बताया कि  यहाँ  1601  मनोकामना  दीप  प्रज्वलित किये गए है | इसी  तरह शहर के दानी टोला वार्ड स्थित शीतला माता मंदिर में 205 मनोकामना ज्योति कलश स्थापित किये गए है | शाम को मंदिर में माता के दर्शन के लिए भीड़ लग जाती है | इसी  तरह गंगरेल स्थित मां अंगारमोती मंदिर, मराठापारा स्थित मंदर माई मंदिर, रामसागर पारा के रिसाई माता एवं शीतला मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, शीतला मंदिर गोकुलपुर वार्ड, गायत्री मंदिर, सोरिद वार्ड स्थित काली मंदिर, काली मंदिर बस स्टैंड, रत्नेश्वरी मंदिर रत्नाबांधा, दुर्गा मंदिर बठेना वार्ड सहित अन्य देवी मंदिरों में मनोकामना  ज्योति कलश  स्थापित की गई है | नवरात्र के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की गई | श्रद्धालु  मुकेश, रमा, ओमकार, कविता,  दीप्ति ने बताया कि  भगवान स्कंद की माता होने के कारण देवी को स्कंदमाता कहा जाता है। सच्चे मन से मां की पूजा करने से मां अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें मोेक्ष प्रदान करती हैं। माता के पूजन से व्यक्ति को संतान प्राप्त होती है। स्कंदमाता की भक्ति से सुख और ऐश्वर्य  की  प्राप्त  होती  है |