भाजपा सरकार पर लोकतांत्रिक अपमान का आरोप – एनएसयूआई धमतरी ग्रामीण उपाध्यक्ष धर्मेंद्र पटेल का बयान

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धमतरी | जिले के मगरलोड़ ब्लॉक के ग्राम बड़ी करेली में मंगलवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आगमन पर आयोजित बड़े कार्यक्रम के दौरान अचानक राजनीतिक माहौल गरमा गया। जिस पर एनएसयूआई धमतरी ग्रामीण के उपाध्यक्ष श्री धर्मेंद्र पटेल ने भाजपा सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी और जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा – “जब गांवों के सरपंचों द्वारा चुने हुए सरपंच संघ के अध्यक्ष और जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ही मंच से दूर रखा जाता है, तो यह निश्चित ही लोकतंत्र का अपमान है। इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार के सत्ता में बैठे लोग जनता की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। श्री पटेल ने सत्ता पक्ष के भीतर बढ़ते असंतोष का जिक्र करते हुए कहा – “यदि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ही भाजपा के स्थानीय नेता और सरपंच मंच के नीचे खड़े होकर भाजपा नेताओं के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने को मजबूर हो रहे हैं, तो यह साफ दर्शाता है कि पार्टी के भीतर भारी असंतोष और उपेक्षा व्याप्त है। उन्होंने आगे कहा – “सरपंच जनता द्वारा सीधे चुने हुए प्रतिनिधि होते हैं। यदि सरकार और विधायक स्वयं उन्हें अपमानित करेंगे, तो यह सीधे-सीधे जनता के अधिकारों और सम्मान का अपमान है।” मुख्यमंत्री की भूमिका पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए धर्मेंद्र पटेल ने कहा – “मुख्यमंत्री जी स्वयं कार्यक्रम में मौजूद थे। फिर भी वे सरपंचों को सम्मान दिलाने में नाकाम रहे। यह बताता है कि उनकी सरकार केवल दिखावे के लिए पंचायत और जनप्रतिनिधियों की बात करती है। श्री पटेल ने कांग्रेस सरकार की कार्यशैली का उल्लेख करते हुए कहा कि “पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में किसानों, युवाओं, छात्रों व जनता से रूबरू होने और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए भेंट-मुलाकात कार्यक्रम चलाए जाते थे। मगर भाजपा सरकार में स्थानीय नेताओं और जनता की उपेक्षा हो रही है।”