प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY-WDC 2.0) अंतर्गत बेलौदी में वाटरशेड महोत्सव का सफल आयोजन

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धमतरी | प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – जलग्रहण विकास घटक 2.0 (PMKSY-WDC 2.0) के अंतर्गत जल संरक्षण और जनभागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जलग्रहण समिति बेलौदी, विकासखंड मगरलोड द्वारा वाटरशेड महोत्सव का उत्साहपूर्वक आयोजन किया गया। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं भूमि संसाधन विभाग द्वारा संचालित यह फ्लैगशिप योजना जल एवं मृदा संरक्षण को सुदृढ़ करने, सतत कृषि को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से क्रियान्वित की जा रही है। मुख्य अतिथियों का प्रेरक संदेश महोत्सव के मुख्य अतिथि, जनपद अध्यक्ष मगरलोड श्री विरेन्द्र कुमार साहू ने जल एवं मृदा संरक्षण के लिए फसल चक्र परिवर्तन अपनाने पर जोर देते हुए उपस्थित ग्रामीणों से पानी को बचाने और व्यापक वृक्षारोपण करने की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत धमतरी की सहकारिता एवं उद्योग सभापति श्रीमती मीना साहू ने कहा कि जल संरक्षण की शुरुआत प्रत्येक घर से होनी चाहिए। जनपद पंचायत मगरलोड के कृषि सभापति श्री राजेश साहू ने जल की प्रत्येक बूंद को बचाने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने पर बल दिया। उन्होंने खुले में बहते पानी को सोखता बनाकर संरक्षित करने एवं मृदा कटाव रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता बताई। स्कूली बच्चों की प्रभावी सहभागिता महोत्सव में स्कूली विद्यार्थियों द्वारा जल संरक्षण विषय पर प्रभात फेरी, रंगोली प्रतियोगिता तथा “पानी की पाठशाला” के माध्यम से जनजागरूकता मंचन किया गया। विद्यार्थियों की सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहीं।

वाटरशेड परियोजना से ग्रामीणों को मिल रहा लाभ कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि परियोजना अंतर्गत जल एवं मृदा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए चेकडेम, स्टापडेम, तालाब निर्माण, पेरीकोलेशन टैंक, कंटूर ट्रेंच, गली प्लग, बोरी बंधान एवं वृक्षारोपण जैसे कार्य प्रभावी रूप से किए जा रहे हैं, जिनसे क्षेत्र में जलस्तर बढ़ाने, कृषि उत्पादकता सुधारने एवं ग्रामीण आजीविका को मजबूत करने में सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इस अवसर पर वन सभापति जनपद पंचायत मगरलोड श्रीमती तिलोत्मा साहू, जनपद सदस्य श्रीमती अनिता देशमुख, जनप्रतिनिधि, एवं वाटरशेड व कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। वाटरशेड महोत्सव के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने और सामुदायिक सहभागिता को सुदृढ़ करने की दिशा में यह आयोजन अत्यंत सफल और प्रभावी रहा।