चारागाह के लिए आरक्षित स्थल से अतिक्रमण हटाने के दिए गए निर्देश

242

धमतरी | अब ऐसी महिला स्व सहायता समूह जिन्हें गौठानों के नजदीक बने तालाब में मछली पालन की गतिविधि के लिए चयनित किया गया है, उन्हें मछली पालन विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया ने आज समय सीमा की बैठक में सहायक संचालक मछली पालन सुश्री बीना गढ़पाले को इसके लिए अगले दो-तीन दिन में मत्स्य निरीक्षक के जरिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, जिनके क्षेत्र के गौठानो के पास स्थित तालाब में आजीविका गतिविधि के लिए मछली पालन को लिया गया है उन्हें भी समन्वय बनाकर इस प्रशिक्षण कार्य को अंजाम देने कहा गया है। श्रीमती महोबिया ने साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत बने गौठानो के लिए चारागाह की भूमि में जहां भी अतिक्रमण है, उसे जल्द से जल्द हटाने संबंधित राजस्व अमले और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को कहा है। आज सुबह 11 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय सीमा की बैठक लेते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत ने उक्त निर्देश गौठानों के सुव्यवस्थित विकास और मवेशियों को गौठानों में चारा उपलब्ध कराने के लिए दिए हैं।
आज की बैठक में गोधन न्याय योजना के तहत क्लस्टर प्रभारियों को अपने क्लस्टर के गौठानों का दौरा कर वहां संचालित गतिविधि, गोबर खरीदी, खाद उत्पादन और बिक्री इत्यादि की सतत् मॉनिटरिंग कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को जानकारी देने भी कहा गया। इस मौके पर ’कैच द रैन, व्हेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स’ के तहत जल शक्ति अभियान की गतिविधियों की प्रगति की भी बैठक में समीक्षा की गई। बताया गया कि इस कार्यक्रम के सुचारू संचालन और क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर जिला पंचायत में जल शक्ति केंद्र की स्थापना की गई ही। इस के तहत ज़िले की ऐसी सभी जल संरचनाओं, जल स्त्रोत और जल भंडार की अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए, जिससे की उक्त सूची के आधार पर जिले की कार्ययोजना बनाकर पोर्टल में अपलोड किया जा सके। इसके अलावा ऐसे सभी शासकीय कार्यालयों और भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अगले 15 दिनों में स्थापित करने के निर्देश दिए गए, जहां अभी तक सिस्टम नहीं बनाया गया है।
इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती महोबिया ने प्राकृतिक आपदा, फसल क्षति और जंगली जानवरों से क्षतिपूर्ति के प्रकरणों का निपटारा त्वरित गति से संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश भी संबंधित विभागों को दिए हैं। बैठक में समय सीमा, उच्च कार्यालयों से प्राप्त पत्र, मुख्यमंत्री और कलेक्टर जन चौपाल के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनका भी गुणवत्तापूर्वक और त्वरित निपटारा करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर जिला पर्यावरणीय योजना के क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में ज़िला स्तरीय अधिकारी और वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।