केवि धमतरी में “नशा एक अभिशाप” पर हुई कार्यशाला का आयोजन

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धमतरी | विगत दिनों केन्द्रीय विद्यालय धमतरी में “नशा एक अभिशाप” विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। शहर के समाजसेवी एवं प्रख्यात डॉक्टर हीरा महावर इस कार्यक्रम में कक्षा 10 से 12 के बच्चों को संबोधित करते हुए नशा करने के कारण, इसका दुष्प्रभाव और इससे बचने के उपाय पर संक्षिप्त सोदाहरण प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि भारत में युवाओं की जनसंख्या अन्य किसी देश से अधिक हैं। जिस कारण भारत को अभी युवाओं का देश कहा जा रहा हैं। आज अनेक मंचो पर भारत को विश्व गुरु बनाने की बात सरलता से सुनाई दे जाती हैं। परंतु सच्चाई ये है कि भारत के युवा आज दिन प्रतिदिन नशे के चंगुल में फसते जा रहे हैं।

उन्होंने नशा करने के कारणों को संक्षेप में बताते हुए कहा कि लोग जागरूकता के अभाव, अकेलेपन, विषाद, तनाव, सिनेमा के प्रभाव, उच्चतम सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए दिखावा आदि के कारण लोग नशा की लत की ओर बढ़ते हैं। नशा सीधे तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है इसलिए व्यक्ति धीरे-धीरे नशा का आदि हो जाता है जिसे बाद में छुड़ाना बहुत मुश्किल होता है।
उन्होंने नशा के दुष्प्रभाव पर चर्चा करते हुए बताया कि इससे परिवार में वैमनष्यता, घरेलू हिंसा और गरीबी बढ़ती है, व्यक्तिगत स्वास्थ्य, शारीरिक एवं बौद्धिक प्रतिभा और सामाजिक प्रतिष्ठा घटती है । नशे के कारण व्यक्तियों में अपराधिक प्रवृत्तियों का विकास होता है। नशा के कारण सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी खतरा पड़ता है।
उन्होंने नशा से बचने के लिए बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें इसके लिए जागरूक होना चाहिए साथ ही खेलकूद, रचनात्मक गतिविधियों और अच्छे साहित्य पढ़ने में स्वयं को व्यस्त रखनी चाहिए। हमें अच्छे रोल मॉडल बनाना चाहिए। उन्होंने नशा उन्मूलन केंद्रों और उसके सराहनीय कार्यों पर भी चर्चा की। कार्यशाला के अंत में सभी बच्चों ने स्वयं नशा न करने और दूसरों को जागरूक करने की प्रतिज्ञा भी ली। कार्यक्रम के अंत में कक्षा शिक्षक श्री एस के गिरी ने डॉक्टर महावर को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से बच्चे बहुत ही प्रेरित हुए ।