
धमतरी | छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार को सत्ता में आये हुए ढाई वर्ष पूर्ण चुके है. लेकिन इन ढाई वर्षों में कांग्रेस सरकार ने जनता को सिर्फ झूठे वादों से निराश किया है. सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार को अपने द्वारा किए गए वादों का विस्मरण हो गया है. इसके मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्तओं ने कांग्रेस सरकार से उनके वादाखिलाफी के ऊपर सवाल कर जवाब मांगा है.
श्री प्रीतेश गांधी प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य भाजपा, श्री डीपेंद्र साहू जी , जिला मीडिया प्रभारी श्री शिवदत्त उपाध्याय जी ने 15 जून 2021 को प्रदेश भाजपा के आह्वान पर कांग्रेस सरकार के ढाई वर्ष के कार्यकाल में वादाखिलाफी एवं कुप्रबंधन के विरोध में जिले धमतरी के तरसीवा गांव शक्ति केंद्र , पीपरछेड़ी एवं ग्राम बिरेतरा में पहुँचकर नागरिकों से संवाद किया. इस अवसर पर उनके साथ श्री डीपेंद्र साहू जी, जिला मीडिया प्रभारी श्री शिवदत्त उपाध्याय जी, श्री गोलू ठाकुर जी, श्री देवनारायण जी, श्री देवकरण गजेंद्र जी, श्री राजकुमार तिवारी जी, श्री नारायण सेन जी, श्री गोपाल साहू जी, श्री केशव साहू जी, श्री मनोज यादव जी, श्री सरोज यादव जी, श्री महेंद्र हिरवानी जी, श्री एकनाथ साहू जी, श्री हेमंत हिरवानी जी, श्री अमन कोशरे जी, श्री राकेश साहू जी एवं वरिष्ठ जन उपस्थित रहें.
प्रीतेश गांधी ने कहा कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की भोली-भाली जनता से झूठे वादें किए है. राज्य में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की बात कहीं, लेकिन आज घर-घर ऑनलाइन शराब डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध कराई गई. बुर्जुगों को पेंशन का प्रावधान, किसानों को तत्काल ऋण छूट, महिला सुरक्षा हेतु कार्य और अनेक ऐसे वादें किए जिन्हें पूर्ण रूप से कांग्रेस सरकार ने पूरे नहीं किए गए. आज जनता भी कांग्रेस सरकार से उनके वादाखिलाफी के लिए सवाल कर रहीं है. ढाई वर्ष से कांग्रेस ने जनहित में कौनसे कार्य किए? अपने वादों पर कायम क्यों नहीं रही? ऐसे ही अनेक सवाल है जिनके जवाब कांग्रेस सरकार को देना चाहिए.
इस अवसर पर डीपेंद्र साहू ने कहा अव्यवस्थित सरकार राज्य की उन्नति पर प्रतिरोध की तरह है. कांग्रेस सरकार द्वारा जनता से किए गए वादों पर खरा न उतरना और वादाखिलाफी करना किसी तरह के विश्वासघात से कम नहीं है. किसानों का कर्ज माफ करना भूमिहीन परिवारों की जमीन देने जैसे कई वादें कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए जो अब तक पूरे नहीं किए गए. कांग्रेस सरकार द्वारा दिया “वक्त है बदलाव का” नारा अब “वक्त है पछतावे” का जैसा प्रतीत होने लगा है. ढाई वर्ष पूर्ण होने पर हमें प्रत्येक सवालों का जवाब चाहिए, क्योंकि आधे समय में ही कांग्रेस द्वारा अपने किए हुए वादों को भूल जाना छत्तीसगढ़ को अस्वीकार है.