आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें सरकार- राजेंद्र शर्मा

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जिले में 1103 आंगनबाड़ी केंद्रों के 2149 कार्यरत लोग कर रहे हैं अनिश्चितकालीन आंदोलन
धमतरी | प्रदेश व्यापी आह्वान पर जिले भर के 1103 आंगनबाड़ी केंद्रों के 2149 कार्यकर्ता एवं सहायिका अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले गए हैं जिससे उक्त योजना के सारे कार्य ठप पड़ गए उनकी प्रमुख मांगे शासकीय कर्मचारी के रूप में उन्हें स्वीकार करना सहित वेतन बढ़ोतरी एवं अन्य मांग प्रमुख लेकिन सरकार इस ओर किसी प्रकार की कोई पहल नहीं कर रही है जिस पर नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा ने कहां है, कि आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता एवं सहायिका है |

देश के भविष्य को सुरक्षित कर आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में समाज के सबसे निचले स्तर पर काम करती हैं उनकी 6 सूत्री मांगे पूरी तरह जायज है इस पर शासन प्रशासन को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए फिर से उन्हें अपने कार्य क्षेत्र की धारा पर अविलंब वापस लौट आया जाना चाहिए | शर्मा ने आगे कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में अपने घोषणापत्र में इन कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की मांगों को विशेष स्थान देने वाली कांग्रेस की सरकार चुनाव के बाद इनकी ओर से मुंह मोड़ रही है जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संदेश नहीं है उनकी नैतिक कर्तव्य के साथ-साथ सामाजिक जवाबदेही है कि अपनी बातों पर अमल करें नहीं तो आम जनता आने वाले चुनाव में उन्हें निश्चित ही सबक सिखाएगी यदि अपने वादे के अनुरूप यह गंभीरता पूर्वक कार्य किए रहे होते तो प्रदेश भर के 23000 हजार की भारी-भरकम संख्या में आंदोलन का रास्ता अख्तियार नहीं करते।