अष्टमी पर हवन पूजन, पूर्णाहुति डालकर की सुख, शांति, समृद्धि की कामना 

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धमतरी | आज अष्टमी पर नगर के देवी मंदिरों और पंडालों में हवन-पूजन का कार्यक्रम हुआ | सुबह से मंदिरों मे मां के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही| नगर की अराध्य देवी मंदिर विंध्यवासिनी मंदिर में अलसुबह 4 बजे से ही हवन-पूजन का कार्यक्रम शुरू हो गया |8 बजे  पूर्णाहुति डालकर क्षेत्र की सुख, शांति और समृधि के लिए माँ अंबे से प्रार्थना की गई | कई जगह  हवन पूजन का सिलसिला अभी भी चल रहा है | नवरात्र पर्व  17 अक्टूबर से शुरू हो गया है | पर्व  को लेकर लोगों  में अपार उत्साह है | शहर के अलावा  ग्रामीण अंचलों में भी चौक-चौराहों में माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है|  नगर के विंध्यवासिनी मंदिर में माता के  दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे है | मंदिर को रंग बिरंगी लाइट से आकर्षक ढंग से सजाया गया है | रात को मंदिर की शोभा और भी बढ़ जाती है | विंध्यवासिनी मंदिर में 1605  मनोकामना दीप प्रज्वलित किये गए है| दानी टोला वार्ड स्थित शीतला माता मंदिर में 205 मनोकामना ज्योति कलश स्थापित किये गए है| इसी तरह गंगरेल स्थित मां अंगारमोती मंदिर, मराठापारा स्थित मंदर माई मंदिर, रामसागर पारा के रिसाई माता एवं शीतला मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, शीतला मंदिर गोकुलपुर वार्ड, गायत्री मंदिर, सोरिद वार्ड स्थित काली मंदिर, काली मंदिर बस स्टैंड, रत्नेश्वरी मंदिर रत्नाबांधा, दुर्गा मंदिर बठेना वार्ड सहित अन्य देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश  स्थापित की गई है| आज अष्टमी पर मंदिरों में सुबह से ही हवन पूजन का कार्यक्रम शुरू हो गया | नगर के बिलाई माता मंदिर में अलसुबह 4 बजे पंडित शम्भूनाथ तिवारी ने हवन पूजन कराया | 8 बजे पूर्णाहुति हुई| पंडित महेश शास्त्री, पंडित संतोष  तिवारी, अशोक शास्त्री, संजू  शर्मा और मंदिर के पुजारियों ने पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया | आज अष्टमी पर्व होने के कारण मंदिर में काफी भीड़ थी| श्रधालुओं ने मां विंध्यवासिनी की  पूजा-अर्चना  कर अपने परिवार की सुख शांति की कामना की |