अधिकारी आपसी समन्वय से सूचना तंत्र को करें मजबूत-कलेक्टर

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असंवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण लगाना सभी अधिकारियों की संयुक्त जिम्मेदारी-पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वार्ष्णेय, कलेक्टर एवं एस.पी. ने ली कानून व्यवस्था दुरूस्त बनाए रखने के संबंध में बैठक

धमतरी | आगामी 14 नवम्बर से प्रदेश सहित जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, नगरीय निकाय/त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन सहित जिले में अतिक्रमण, असंवैधानिक गतिविधियों, ओव्हरलोडिंग, अवैध रेत उत्खनन सहित विभिन्न गतिविधियां पर निगाह रखने और जिले में कानून व्यवस्था दुरूस्त बनाए रखने के संबंध में आज कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी एवं पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वार्ष्णेय ने राजस्व एवं पुलिस प्रशासन की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आहूत इस बैठक में उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को जिले के संवेदनशील धान खरीदी केन्द्र का चिन्हांकन कर नियमित पेट्रोलिंग करने तथा आपसी समन्वय बनाकर बाहरी राज्यों से धान नहीं आने पाए, यह सुनिश्चित करने कहा। साथ ही जिले की सीमाओं पर सतर्कतापूर्वक निगाह रखने के निर्देश दिए। जिले में आगामी नगरीय निकाय एवं त्रि स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2024-25 की सुचारू तैयारियों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि शासन की मंशानुरूप निर्वाचन कार्यक्रमों के दौरान संबंधित अधिकारी आपसी समन्वय से कानून व्यवस्था बनाते हुए सतर्कता से कार्य करें। उन्होंने इसके लिए संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, पुलिस प्रशासन के अधिकारी, तहसीलदार और थानेदारों को संयुक्त रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ इस दौरान कलेक्टर ने अब तक अधिकारियों द्वारा किए गए बेहतर प्रदर्शन की सराहना की और संवाद कर सूचना तंत्र को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि अधिकारी अतिक्रमण, अवैध खनन, हाथी प्रभावित क्षेत्र जैसे विषयों पर गंभीर एवं सतर्क रहें। कलेक्टर ने अवैध रेत खनन पर नियमानुसार संयुक्त रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन क्षेत्रों में हाथी विचरण कर रहे हैं, वहां के नागरिकों को मुनादी के माध्यम से सतर्क रहने की हिदायत देने भी कहा। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रिया गोयल, अपर कलेक्टर श्री जी.आर.मरकाम, एडिशनल एस.पी. श्री मणिशंकर चन्द्रा सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में कलेक्टर सुश्री गांधी ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था एवं सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी अधिकारी सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को जिले में आने वाले पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सामाजिक समस्या को चिन्हांकित कर शासन के नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही कर निराकरण करने के निर्देश दिए, जिससे आगे चलकर इनसे किसी प्रकार की लोक शांति भंग होने की स्थिति निर्मित ना हो। कलेक्टर ने अनुविभागवार लॉ एंड ऑर्डर की समस्याओं की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत रहने कहा। साथ ही लॉ एंड आर्डर की समस्या उत्पन्न करने वाले विवादों के कारणों का पता कर समस्याओं का तत्परता से निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में घटित होने वाली छोटी-बड़ी घटनाओं एवं कानून व्यवस्था का उल्लंघन की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही नहीं बरतने एवं उस पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिससे कोई भी छोटी घटना बड़ा रूप न ले सके। उन्होंने संवेदनशील मामलों में नजर रखकर त्वरित कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने राजस्व विभाग एवं पुलिस प्रशासन को आपसी समन्वय बनाकर रखने तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान करने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी टीम के रूप में एक-दूसरे को सहयोग करेंगे तभी समस्याओं का सुचारू समाधान होगा। पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वार्ष्णेय ने जिले में हो रही विभिन्न गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखने एवं सामाजिक समरसता के लिए कानून व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराने हेतु बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि केशकाल घाटी में मरम्मत कार्य चल रहा है, जिसकी वजह से घाटी से गुजरने वाले वाहन धमतरी जिले से होते हुए गुजर रहे हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को वाहनों पर नियमित निगाह रखने, आवागमन सुव्यवस्थित रखने और दुर्घटना ना घटे इसके लिए सतर्क रहने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी तरह की असंवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण लगाना सभी अधिकारियों की संयुक्त जिम्मेदारी है। इसके लिए अधिकारी अपने सूचना तंत्र को सक्रिय एवं मजबूत बनाए रखें। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी असामाजिक गतिविधि, जो कानून व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है, उस पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी जानकारी एकत्र करने कहा। इसके अलावा सभी एसडीएम, एसडीओपी तथा तहसीलदार और थाना प्रभारी को संयुक्त बैठक कर समस्याओं पर चर्चा करने कहा, जिससे किसी भी घटना एवं चुनौती का सामना करने में आसानी हो।