अंबेडकर पर टिप्पणी किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने अमित शाह का पुतला फूंका

10

धमतरी |  कांग्रेसियों ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शाह के राज्यसभा में डॉ भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर विरोध जताया है। गुरुवार दोपहर 12 बजे कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कांग्रेस भवन से केंद्रीय गृहमंत्री शाह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निकले। इसके बाद गांधी मैदान पहुंचकर केन्द्रीय गृह मंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का भी प्रयास किया, लेकिन कांग्रेसियों ने पुतला फूंक दिया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान के महत्व को नहीं मानने वाले लोग समझ भी नहीं सकते हैं। उन्होंने वंचित-शोषित और समाज को आवाज देने का काम बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने किया था। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शरद लोहाना में कहा की गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में उपहासास्पद और अपमानजनक तरीके से कहा था कि अम्बेडकर का नाम लेना आजकल फैशन बन गया है इतना नाम भगवान का नाम लेते तो सात जन्म तक स्वर्ग मिल जाता। संविधान विरोधी संघियों को यह पता होना चाहिए कि देश के नब्बे फीसदी आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और महिलाओं को जो सम्मान के साथ संवैधानिक अधिकार मिले हैं उसमें बाबा साहेब के महत्वपूर्ण योगदान है। महापौर विजय देवांगन ने कहा की बाबासाहेब संविधान निर्माता हैं देश को दिशा देने वाले महापुरुष हैं। उनका अपमान, उनके निर्मित संविधान का अपमान देश नहीं सहेगा। गृह मंत्री माफी मांगें। अमित शाह और भाजपा के लोगों के दिमाग में जो मनुस्मृति और आरएसएस की विचारधारा है, वह दर्शाती है कि वे बाबा साहेब के संविधान का आदर नहीं करते। पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा की हम शाह की टिप्पणी का पुरजोर विरोध करते हैं।

बाबासाहेब का अपमान देश और देशवासी सहन नहीं करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें। एक ओर संसद संविधान के 75 गौरवशाली वर्षों पर चर्चा कर रही है, वहीं दूसरी ओर गृह मंत्री शाह ने इस मौके को आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के साथ कलंकित करने के लिए चुना, वह भी लोकतंत्र के मंदिर में. यह भाजपा की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है। यदि 240 सीटों पर सिमटने के बाद उनका व्यवहार ऐसा है, तो कल्पना कीजिए कि अगर 400 सीटों का उनका सपना पूरा हो जाता तो उन्हें कितना नुकसान होता। पूर्व पीसीसी सचिव आनंद पवार ने कहा की अमित शाह की टिप्पणी उन लाखों लोगों का अपमान है जो मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए बाबासाहेब की ओर देखते हैं, लेकिन आप उस पार्टी से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसने नफरत और कट्टरता को अपने अंदर समाहित कर लिया है। भाजपा और आरएसएस संविधान के खिलाफ है, वे शुरू से कह रहे थे कि वे संविधान बदल देंगे। वे आंबेडकर जी और उनकी विचारधारा के खिलाफ हैं. उनका एकमात्र काम संविधान और अंबेडकर जी द्वारा किए गए काम को खत्म करना है. यह पूरा देश जानता है। पुतला दहन कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, महापौर विजय देवांगन, पूर्व विधायक लेखराम साहू, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी, किसान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी महासचिव गौरीशंकर पांडये, जिला कोषाध्यक्ष सलीम रोकडिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष आकाश गोलछा, योगेश शर्मा, डीहूराम साहू, वरिष्ठ नेता अरविंद दोषी, जिला महामंत्री राजेश साहू, प्रदेश प्रवक्ता कृष्णा मरकाम, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष राजा देवांगन, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष हितेश गंगवीर, किसान कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रहास साहू, पार्षद राजेश ठाकुर, केंद्र कुमार पेंडरिया, अजय वर्मा, राजेश पांडे, दीपक सोनकर, शास्त्री सोनवानी, स्वतंत्र कौशल, डाकूवर साहू, गिरीश साहू, आशुतोष खरे, अंबर चंद्राकर, वीरू महाजन, जित्तू साहू, गुड्डा दीवान, तारीक रजा कादरी, वातंजलि गोस्वामी, मोहित देवांगन, संजू साहू, सूरज पासवान, मिथलेश साहू, जय श्रीवास्तव, नोमेश सिन्हा, नमन बंजारे, शेख सोहेल, डोमेश्वर साहू, भारत श्रीवास, दिनेश यादव, विशु देवांगन, गनेश्वरी कामड़े, दिनेश कुम्भकार, रुद्रा साहू, वासिम खिलची सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे