
धमतरी | धमतरी के ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर, जिसका इतिहास सौ वर्षों से भी अधिक पुराना है, में गुरुवार 19 जून को परंपरागत विधि से श्री जगन्नाथ महाप्रभु का स्नान संस्कार संपन्न हुआ। इस पावन अवसर के साथ ही रथ यात्रा महोत्सव की शुरुआत हो गई।
मंदिर के पुजारी पं. बालमुकुंद शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महाप्रभु का पूजन और स्नान कराया। धार्मिक मान्यता के अनुसार, स्नान के बाद महाप्रभु बीमार हो जाते हैं, जिसे अनवसर कहा जाता है। इस अवधि में वे विश्राम करते हैं और भक्तों के लिए दर्शन वर्जित रहता है। 26 जून 2025 को महाप्रभु होंगे बाहर फिर हवन, पूजन व प्राण प्रतिष्ठा होगी उसके बाद 27 जून 2025 को भव्य रथ यात्रा का आयोजन होगा |
औषधीय काढ़ा वितरण:
धार्मिक परंपरा के अनुसार, महाप्रभु को स्नान के बाद औषधीय गुणों से युक्त काढ़ा पिलाया जाता है, जिसे प्रसाद रूप में सभी श्रद्धालुओं में बांटा जाता है। यह काढ़ा 22 जून से 25 जून तक प्रतिदिन वितरित किया जाएगा।