
धमतरी | बी.सी.एस. शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धमतरी में “अनलॉकिंग द फ्यूचर : एन इंटरैक्टिव वर्कशॉप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार पाठक के निर्देशन में आई.टी. विभाग और आई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा-अर्चना व सरस्वती वंदना से हुआ। इसके पश्चात राज्य गीत “अरपा पैरी के धार” की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में डॉ. सरला द्विवेदी, डॉ. हेमवती ठाकुर, डॉ. चंद्रिका साहू, सुश्री रश्मि कुजूर, डॉ. सीमा साहू सहित समस्त स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यशाला में कुल पाँच तकनीकी सत्र आयोजित किए गए:
-
प्रथम सत्र: डॉ. धीरेन्द्र पाण्डेय (बीबीएयू, लखनऊ) ने एआई के सामाजिक प्रभाव, जोखिमों और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
-
द्वितीय सत्र: डॉ. खालिद रजा (जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) ने “एआई एंड बायोलॉजिकल डेटा” विषय पर शोध आधारित प्रस्तुति दी।
-
तृतीय सत्र: डॉ. अनुप कुमार शर्मा (एनआईटी रायपुर) ने एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
-
चतुर्थ सत्र: डॉ. लतिका ताम्रकार (साइंस कॉलेज, दुर्ग) ने “नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग” के तकनीकी पहलुओं पर जानकारी दी।
-
पंचम सत्र: रिसर्च स्कॉलर सुश्री जया पाठक (पिलानी) ने “फेडरेटेड लर्निंग एंड डेटा प्राइवेसी” जैसे उन्नत विषयों को सरलता से समझाया।
अंत में डॉ. अनुप कुमार शर्मा, डॉ. लतिका ताम्रकार एवं सुश्री जया पाठक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यशाला का फीडबैक सत्र डॉ. राकेश कुमार साहू द्वारा संपन्न किया गया।
यह कार्यशाला न केवल तकनीकी ज्ञान को बढ़ाने का अवसर बनी, बल्कि विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उभरते क्षेत्रों की समझ को गहराई से प्रस्तुत करने में सफल रही।