
धमतरी। आमापारा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को कथा वाचिका पलक दुबे ने गजग्रह युद्ध, समुद्र मंथन, वामन अवतार और कृष्ण जन्म की कथा सुनाई। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।

कथा के दौरान पलक दुबे ने बताया कि दुर्वासा ऋषि के श्राप से देवता वैभवहीन हो गए थे। भगवान विष्णु के निर्देश पर देवताओं और असुरों ने क्षीर सागर का मंथन किया, जिसमें मंदराचल पर्वत को मथनी और वासुकी नाग को रस्सी बनाया गया। मंथन से चौदह रत्न निकले, जिनमें अमृत प्रमुख था। भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर देवताओं को अमृत पिलाया और असुरों को पराजित किया।
इस अवसर पर अर्जुन नाग, प्रभा नाग, संतोषी बाई, रामेश्वरी सिन्हा, राजकुमार धीवर, चंदूलाल सिन्हा, अंजू धीवर, कौशिल्या बाई, शकुन यादव, अंशु साहू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।






