
नई दिल्ली । ओबीसी वर्ग की शिक्षा, रोजगार और राजनीतिक हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ‘ओबीसी नेतृत्व – भागीदारी न्याय सम्मेलन’ का आयोजन 25 जुलाई को तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में किया गया। यह आयोजन सामाजिक न्याय के लिए एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने सम्मेलन को लेकर युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की थी। उन्होंने कहा: “देश के ओबीसी युवाओं को अब पीछे नहीं, नेतृत्व में रहना चाहिए। सामाजिक न्याय की लड़ाई में भागीदारी सबसे जरूरी है। यह सम्मेलन हमारी आवाज़, हमारी ताकत और हमारे हक की लड़ाई है।” इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के धमतरी विधायक श्री ओंकार साहू ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। विधायक ओंकार साहू ने सम्मेलन के उद्देश्यों का समर्थन करते हुए कहा कि “ओबीसी समाज को राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व में उचित प्रतिनिधित्व देना ही सच्चे लोकतंत्र की पहचान है।” देशभर से आए छात्र, युवा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता इस सम्मेलन का हिस्सा बने। इस ऐतिहासिक आयोजन के माध्यम से ओबीसी समुदाय की ‘वास्तविक भागीदारी’ सुनिश्चित करने की दिशा में गंभीर मंथन और निर्णय लिए गए। पिछड़ों_की_महापंचायत के नारे के साथ यह सम्मेलन सामाजिक न्याय के आंदोलन को नई दिशा देने की ओर एक ठोस कदम साबित हुआ।