
धमतरीl बुधवार रात रूद्री थाना में उस समय सनसनी फैल गई जब जल संसाधन विभाग में पदस्थ चौकीदार श्यामलाल माली, खून से लथपथ हालत में थाना पहुंचा। उसकी गर्दन कटी हुई थी। बिना समय गंवाए पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। शुरूआत में मामला जानलेवा हमले का प्रतीत हो रहा था, लेकिन जांच के बाद जो तथ्य सामने आए, वह पुलिस और विभाग दोनों के लिए चौंकाने वाले थे।
श्यामलाल, जिसकी उम्र महज 41 वर्ष है, ने पुलिस व मीडिया को बताया कि उसे अचानक ऐसा विचार आया कि उसे अपनी गर्दन चाकू से काटनी है। वह घर गया, चाकू लाया और कार्यालय में खुद पर वार कर लिया। किसी हमलावर का कोई सुराग CCTV फुटेज में नहीं मिला। पुलिस को शक हुआ कि मामला आत्मघाती प्रवृत्ति का हो सकता है।
जिला अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. रचना पदमवार के अनुसार, श्यामलाल की मानसिक स्थिति पूरी तरह स्वस्थ नहीं है। वह शराब का आदी है और मानसिक बड़बड़ाहट की भी प्रवृत्ति उसमें देखी गई है। प्रारंभिक काउंसलिंग में उसके विचार सिज़ोफ्रेनिया से जुड़ी मानसिक दशा की ओर संकेत करते हैं। फिलहाल उसे दवाइयों के साथ निगरानी में रखा गया है और आगे विस्तृत मानसिक परीक्षण की आवश्यकता बताई जा रही है।