सरकार ने 37 हजार कर्मचारियों का बढ़ाया वेतन, लेकिन अब भी मांग पर अड़े कर्मी

112

रायपुर । छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाला है| इससे पहले सरकार ने आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को संतुष्ट करने के लिए घोषणाएं की हैं। सीएम भूपेश बघेल ने 37 हजार संविदा कर्मचारियों की सैलरी में 27 प्रतिशत की वृद्धि की है. इसके अलावा, लगभग 5 लाख शासकीय सेवकों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. इसके बावजूद भी अब आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने सरकार की घोषणाओं पर संतुष्ट नहीं है.दरअसल बुधवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन सीएम भूपेश बघेल ने कई बड़ी घोषणाएं की है. इसमें ज्यादातर घोषणाएं आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के लिए है|

दैनिक वेतन भोगी के वेतन में 4000 रुपए मासिक वृद्धि की गई है.1650 अतिथि शिक्षकों के वेतन में 2 हजार रुपए मासिक बढ़ोत्तरी की गई है.6000 पटवारियों को 500 रुपए मासिक संसाधन भत्ता देने का फैसला हुआ है. वहीं 10 हजार पंचायत सचिवों को 2500 से 3000 रुपए मासिक दिया जाएगा. इसके अलावा उन्हें 10 लाख रुपए तक की उपादान राशि और पांच लाख रुपए तक चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति का लाभ भी दिया जाएगा।सीएम के घोषणा से केवल 5 से 7 हजार कर्मचारियों के मिलेगा फायदासरकार के घोषणाओं के बाद अब आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की तरफ से प्रतिक्रिया आने लगी है.नया रायपुर में 3 जुलाई से 45 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है. अनियमित संघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि यह वेतन वृद्धि हमारे जख्म में नमक छिड़कने के बराबर है. क्योंकि वेतन वृद्धि का लाभ केवल 5000 से 7000 संविदा कर्मचारियों को ही मिल पाएगा और इन कर्मचारियों को भी पिछले चार साल से नहीं दिया गया था. संविदा कर्मचारी वर्तमान में नियमितिकरण के लिए आंदोलनरत हैं. जब तक सरकार नियमितिकरण के लिए संवाद स्थापित नहीं करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा |