
रोटी-बेटी का संबंध बनाने पर सकारात्मक चर्चा
0 तदर्थ संयोजक मंडल का गठन किया गया
धमतरी। शीतला माता मंदिर में धीवर समाज एवं निषाद समाज के प्रमुख पदाधिकारियों की मैराथन बैठक कुरूद परगना के संरक्षक भीमसेन तारक की अध्यक्षता में आहूत किया गया। बैठक में दोनो समाज के पदाधिकारियों ने समाज के अतीत, वर्तमान एवं भविष्य पर गहन चिन्तन करते हुए समाज विकास के विषयों पर खुलकर अपने विचार रखे। जिसमें वर्तमान परिदृष्य में समाज के सामने आ रही दिक्कतों पर विस्तापूर्वक विचारों का आदान-प्रदान किया गया ।
धमतरी परगना के महासंरक्षक परमेश्वर फूटान ने कहा कि धीवर निषाद एकता और रोटी बेटी संबंध बनाना आज के समय की मांग है, इसे स्पष्ट रूप से स्वीकार करना चाहिये । संबंध जोड़ने पर किसी तरह दंडित नही किया जाना चाहिये, इस संबंध में दोनों समाज प्रमुखों द्वारा शीघ्र नियम बनाया जाना चाहिये । होरीलाल मत्स्यपाल संरक्षक, अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद जगबेड़हा, कुरूद परगना के अध्यक्ष प्रकाश धीवर, सोहन धीवर सचिव लीलाराम निषाद, अध्यक्ष अंगारमोती पाली. हरखराम निषाद जिला उपाध्यक्ष नगरी पाली, विष्णप्रसाद निषाद, अध्यक्ष कर्मचारी प्रकोष्ठ धमतरी, गणेशराम तारक अध्यक्ष, युवा प्रकोष्ठ कुरूद, रिखीराम तारक कोषाध्यक्ष, कुरूद ने भी उक्त कथन का पुरजोर समर्थन किया।
निषाद समाज के धमतरी जिला संरक्षक भोलाराम निषाद ने कहा कि दोनों समाजों के तेजी से विकास हेतु एकता होना बेहद जरूरी है। इसके अभाव में समाज पिछड़ते जा रहा है। संगठित समाज ही अपने अधिकारों की रक्षा और समाज के परिजनों के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। निषाद समाज के धमतरी जिला उपाध्यक्ष हरखराम निषाद, ने कहा कि इसे दोनों समाज के बायलाज में शामिल करवाया जाना चाहिये, आज प्रस्ताव पारित होने पर उच्च स्तर पर भी प्रस्ताव अवश्य पारित होगा । इससे राजनीतिक आर्थिक क्षेत्र में हमारा कद बढ़ जाएगा । महासचिव नारायणलाल निषाद ने कहा कि धीवर और निषाद दोनों गुहा निषादराज के वंशज है, भले ही परिस्थिति अनुसार अलग-अलग आयोजन करते है । वर्तमान में दोनों समाज का एक होना एवं आपस में रोटी-बेटी का लेन-देन होना ही चाहिए।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे भीमसेन तारक, संरक्षक धीवर समाज कुरूद परगना ने कहा कि दोनों समाज एकता के लिये पहले से ही प्रयास कर रहे है। इसके लिए संयुक्त सम्मेलन आयोजित होना चाहिये। जनसंपर्क अभियान चलाया जाना चाहिये । दोनों समाजों का एकीकरण होना वर्तमान की मांग है। एक साथ परिचय सम्मेलन, आदर्श विवाह एवं अन्य आयोजन निरंतर होना चाहिये । समग्र रूप से विचारों के आदान प्रदान के पश्चात सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि धीवर निषाद समाज का एकीकरण किया जावे, परम्परागत मछुआ सहकारी समितियों का जिला संगठन बनाया जावे, दोनों समाज की एकता सुनिश्चित करने के लिए तदर्थ संयोजक मंडल का भी गठन किया गया, जिसमें धीवर समाज धमतरी से परमेश्वर फूटान, होरीलाल मत्स्यपाल, नर्मदा प्रसाद जगबेड़हा एवं सोहन धीवर, निषाद समाज से चंदूलाल निषाद, हरखराम निषाद, नारायणलाल निषाद, भोलाराम निषाद, धीवर समाज कुरूद परगना से भीमसेन तारक, प्रकाश धीवर, रिखीराम तारक, सुरेश तारक आदि शामिल किये गये। साथ ही दोनो समाज में रोटी-बेटी का संबंध बनाने पर बेहद सकारात्मक चर्चा हुई तथा बैठक में पारित किये गये उक्त निर्णयों का अधिकतम प्रचार-प्रसार करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया। बैठक में सागर निषाद संरक्षक, लक्ष्मण धीवर, दीनदयाल तारक, धनंजय कुमार निषाद, कृष्ण कुमार तारक, ध्रुव कुमार, लोकेश्वर प्रसाद हिरवानी, रामनिहोरा निषाद, संरक्षक, तीरथराज फूटान, सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित हुए।